Basant Panchami: 29 या 30 जनवरी? सरस्वती पूजा को लेकर आप भी हैं उलझन में, जानें किस दिन करें मां शारदा की पूजा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 25, 2020 11:09 AM2020-01-25T11:09:19+5:302020-01-25T11:31:45+5:30

Basant Panchami 2020: सरस्वती पूजा इस बार 29 और 30 जनवरी, दोनों ही दिन मनाई जा रही है। ऐसा तिथियों के कारण हुआ है।

Basant panchami ya Vasant panchami kab hai, date, shubh Muhurat and significance of Saraswati puja | Basant Panchami: 29 या 30 जनवरी? सरस्वती पूजा को लेकर आप भी हैं उलझन में, जानें किस दिन करें मां शारदा की पूजा

Basant Panchami: सरस्वती पूजा इस बार 29 और 30 जनवरी को भी (फाइल फोटो)

HighlightsBasant Panchami: बसंत पंचमी 29 और 30 जनवरी को भी, खास है इस दिन का महत्वबसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की होती है पूजा, नया काम शुरू करने के लिए भी सबसे शुभ दिन

Basant Panchami:सरस्वती पूजा का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है और इसलिए उनकी पूजा का बहुत महत्व है। इस दिन को बसंत पंचमी भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ था। साथ ही इस दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत भी होती है। इस दिन पीले वस्त्र पहनना भी बहुत शुभ माना गया है। पीले रंग को शुभता और सात्विकता का प्रतीक माना गया है।

Basant Panchami: सरस्वती पूजा कब है?

इस बार सरस्वती पूजा को लेकर थोड़ी उलझन जैसी स्थिति है। कई जगहों पर इसे 29 जनवरी को तो कुछ जगहों पर 30 जनवरी को भी सरस्वती पूजा की जाएगी। ऐसा दरअसल तिथियों के कारण है।

दरअसल, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत सुबह 10.45 बजे से हो रही है और इसका समापन 30 तारीख को 1.19 बजे से हो रहा है। ऐसे में पंचमी तिथि की शुरुआत को माने तो सरस्वती पूजा 29 तारीख को है। हालांकि, अगर उदया तिथि यानी सूर्य उदय के साथ की तिथि को मानें तो फिर सरस्वती पूजा 30 जनवरी को किया जाना चाहिए।

Basant Panchami: सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त

वैसे तो वसंत पंचमी पर पूजा का कोई खास शुभ मुहूर्त नहीं होता है लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए कि पूजा पंचमी तिथि में ही की जाए। आम तौर पर दिन के मध्य में इस दिन पूजा की जाती है। इस लिहाज से सरस्वती पूजा का सबसे अच्छा मुहूर्त 29 जनवरी (बुधवार) को 10.45 से 12.34 बजे तक का है। 

वहीं, जो साधक 30 जनवरी को बसंत पंचमी मनाना चाहते हैं वो सुबह-सुबह मां शारदे की पूरे विधि-विधान से पूजा कर सकते हैं। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूरी निष्ठा से पूजा करने से विद्या हासिल करने में मदद मिलती है और पढ़ाई में भी मन लगता है। इस दिन को शुभ कार्यों की शुरुआत करने के लिहाज से भी काफी अच्छा माना गया है। 

Web Title: Basant panchami ya Vasant panchami kab hai, date, shubh Muhurat and significance of Saraswati puja

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