अक्षय तृतीया पर क्यों खरीदा जाता है सोना, जानिए वैदिक और ज्योतिषीय कारण
By गुलनीत कौर | Published: May 6, 2019 09:55 AM2019-05-06T09:55:03+5:302019-05-06T09:55:03+5:30
अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजा करते हैं। इसके बाद जिन्हें व्रत करना हो वे व्रत का संकल्प लेते हैं। दिनभर फलाहार का सेवन करते हैं। शाम होने पर गरीबों में जरूरत की चीजें दान की जाती है।
हिन्दू धर्म में अक्षय तृतीया को सबसे महत्वपूर्ण तिथि माना जाता है। धर्म और ज्योतिष दोनों हिसाब से यह दिन भाग्यशाली होता है। यही कारण है कि हिन्दू धर्म में यह दिन सिर्फ एक तिथि मात्र ना होकर पर्व के रूप में मनाया जाता है। कैलेंडर के मुताबिक यह पर्व हर साल वैशाख मास की तृतीया तिथि को आता है। इस साल अक्षय तृतीया का पर्व 7 मई 2019, दिन मंगलवार को है।
अक्षय तृतीया 2019 तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त (Akshaya Tritiya 2019 date and time)
अक्षय तृतीया के मौके पर लोग व्रत करते हैं। इसदिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है। पंचांग के अनुसार 7 मई की सुबह 03:17 बजे वैशाख मास की तृतीया तिथि प्रारंभ हो जाएगी जो कि अगले दिन यानी 8 मई की सुबह 02:17 बजे तक चलेगी। 7 मई की सुबह 05:40 से लेकर दोपहर 12:17 बजे तक का समय पूजा के लिए शुभ है।
अक्षय तृतीया पर क्या करें (Akshaya Tritiya 2019 things to do)
अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करके पूजा करते हैं। इसके बाद जिन्हें व्रत करना हो वे व्रत का संकल्प लेते हैं। दिनभर फलाहार का सेवन करते हैं। शाम होने पर गरीबों में जरूरत की चीजें दान की जाती है। इसके अलावा कुछ लोग सोना-चांदी के आभूषणों की खरीदारी भी करते हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार सोना खरीदना शुभ होता है। मगर क्या इसके अलावा भी सोना खरीदने के कारण हैं?
अक्षय तृतीया पर क्यों खरीदें सोना?
लोक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने के पीछे सिर्फ शुभ लाभ पाने का कारण बताया गया है। मगर इसके अलावा हमारे वेद और ज्योतिष शास्त्र क्या कहता है, आइए जानते हैं:
1) ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अक्षय तृतीया पर पूरा दिन ही शुभ नक्षत्रों का संयोग बना रहता है। इस बीच यदि सोना खरीदकर घर लाया जाए तो उसे भाग्य का घर आना कहते हैं। अक्षय तृतीया के खास मौके पर सोना को भाग्य से जोड़ा जाता है।
2) अक्षय तृतीया पर धन लाभ पाने के लिए भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के जाती है। ऐसा कहा जाता है कि यदि अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर सोना खरीदकर घर लाया जाए तो लक्ष्मी-नारायण का वास हमेशा के लिए घर में रहता है।
3) अक्षय तृतीया पर सोना को जहां भाग्य से जोड़ा जाता है वहीं इसे सूर्य की चमक का प्रतीक भी माना जाता है। सूर्य जीवन में पड़, प्रतिष्ठा, सम्मान, यश दिलाता है। सूर्य की चमक यानी सोना को अक्षय तृतीया पर घर लाने से ये सभी हासिल होता है।
4) हमारे वेदों में सोना एक ऐसी धातु है जिसे बेहद मूल्यवान माना जाता है। इसका घर में होना सौभाग्य का प्रतीक होता है। अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर यदि घर में सोना खरीदकर लाया जाए तो परिवार के सदस्यों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।