Aja Ekadashi 2022 Date: अजा एकादशी कब है? जानें शुभ मुहूर्त, व्रत विधि और महत्व

By रुस्तम राणा | Published: August 19, 2022 03:37 PM2022-08-19T15:37:07+5:302022-08-19T15:37:07+5:30

इस बार 23 अगस्त (मंगलवार) को पड़ रहा है। मान्यता है कि अजा एकादशी का व्रत करने से तमाम समस्याएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

Aja Ekadashi 2022 Date shubh muhurat timing vrat vidhi and significance | Aja Ekadashi 2022 Date: अजा एकादशी कब है? जानें शुभ मुहूर्त, व्रत विधि और महत्व

Aja Ekadashi 2022 Date: अजा एकादशी कब है? जानें शुभ मुहूर्त, व्रत विधि और महत्व

Aja Ekadashi 2022 Date: अजा एकादशी व्रत प्रति वर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। इस बार 23 अगस्त (मंगलवार) को पड़ रहा है। भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी के इस व्रत में भगवान के 'उपेंद्र' स्वरूप की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन रात में जागरण की भी परंपरा है। मान्यता है कि अजा एकादशी का व्रत करने से तमाम समस्याएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा साधक के ऊपर सदैव जगत के पालनहार की कृपा दृष्टि बनी रहती है। 

अजा एकादशी शुभ मुहूर्त

एकादशी तिथि प्रारंभ - 22 अगस्त 2022, सोमवार को प्रात: 3 बजकर 35 मिनट से 
एकादशी तिथि का समापन - 23 अगस्त 2022, मंगलवार को प्रात: 6 बजकर 6 मिनट पर 

अजा एकादशी पर शुभ योग

अजा एकादशी व्रत सिद्धि और त्रिपुष्कर योग में रखा जाएगा। ये दोनों ही योग पूजा पाठ की दृष्टि से शुभ फलदायी माने जाते हैं। 23 अगस्त को सिद्धि योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 12 बजकर 38 मिनट तक है। वहीं त्रिपुष्कर योग सुबह 10 बजकर 44 मिनट से 24 अगस्त को प्रात: 05 बजकर 55 मिनट तक रहने वाला है।

अजा एकादशी व्रत की विधि

एकादशी व्रत के दिन सुबह तड़के जल्दी उठें, साफ-सफाई कर स्नान ध्यान करें।
अब भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं।
फलों एवं फूलों से विष्णुजी की भक्तिपूर्वक पूजा करें।
पूजा के बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
दिन में निराहार एवं निर्जल व्रत का पालन करें।
इस व्रत में रात्रि जागरण करें।
द्वादशी तिथि के दिन प्रातः ब्राह्मण को भोजन कराएं व दान-दक्षिणा दें।

अजा एकादशी व्रत का महत्व

मान्यता है कि अजा एकादशी व्रत करने से अश्वमेघ यज्ञ जैसा फल मिलता है। कहते हैं कि इस व्रत को करने से ही राजा हरिशचंद्र को अपना खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था और मृत पुत्र भी फिर से जीवित हो गया था। यह भी मान्यता है कि इस व्रत करने से एक हजार गौ-दान करने के समान फल प्राप्त होता है।

Web Title: Aja Ekadashi 2022 Date shubh muhurat timing vrat vidhi and significance

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