'नो इफ, नो बट, हनुमान ओनली जट' : हनुमान से जुड़ी 5 बातें जो आप अभी तक नहीं जानते
By उस्मान | Published: December 22, 2018 10:49 AM2018-12-22T10:49:54+5:302018-12-22T10:49:54+5:30
'जैसे रहमान, रमजान, फरमान, जीशान, कुर्बान, वैसे हनुमान', वाह भाई वाह... आजकल मार्किट में भगवान हनुमान को लेकर एक मजेदार बहस छिड़ी हुई है। मजेदार इसलिए क्योंकि अब हनुमान सिर्फ पवन पुत्र या राम भक्त नहीं रह गए हैं बल्कि राजनेताओं ने कई धर्म और जाति में बांट दिया है। हनुमान अब केवल धार्मिक कर्मकांड में नहीं राजनीति भी शामिल हो गए हैं।
आजकल मार्किट में भगवान हनुमान को लेकर एक मजेदार बहस छिड़ी हुई है। मजेदार इसलिए क्योंकि अब हनुमान सिर्फ पवन पुत्र या राम भक्त नहीं रह गए हैं बल्कि राजनेताओं ने कई धर्म और जाति में बांट दिया है। हनुमान अब केवल धार्मिक कर्मकांड में नहीं, बल्कि राजनीति भी शामिल हो गए हैं। भगवान राम के बाद उनके भक्त हनुमान दूसरे भगवान हैं जिनका नाम का धड़ल्ले से राजनीति में घसीटा जा रहा है।
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया।
- भाजपा से हाल ही में इस्तीफा देने वाली सांसद सावित्रीबाई फुले के अनुसार, हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे।
- इस बहस को आगे बढ़ाते हुए भोपाल में एक जैन पुजारी निर्भय सागर जैन ने दावा किया कि भगवान हनुमान एक जैन थे।
- उत्तर प्रदेश और केंद्र में बीजेपी के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने भगवान हनुमान को मुस्लिम बता दिया है।
- अब उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता चौधरी लक्ष्मीनारायण सिंह ने हनुमान को जाट कहा है।
ये सभी दावे ताजा दावे हाल ही में सामने आए हैं। मगर क्या आप हनुमान जी का इतिहास जानते हैं? वे किसके पुत्र थे? हनुमान के पिता का क्या नाम था? हनुमाना की माता कौन थीं? हनुमान के परिवार में कौन कौन था? उनका किन देवताओं और जातियों से नाता था? संभव है आप इन सवालों का जवाब जानते हों क्योंकि पुराणों में हनुमान का जन्म वानर रूप में हुआ था। उनके पिता का नाम केसरी था, जो कि पौराणिक कथाओं के मुताबिक बृहस्पति देव के पुत्र थे। हनुमान की माता 'अंजनी' एक अप्सरा थीं जो एक श्राप के चलते वानर रूप में धरती पर अपनी जीवन व्यतीत कर रही थीं। हनुमान का जन्म माता अंजनी की कोख से भगवान शिव से मिले वरदान के परिणाम से हुआ था।
1) मंगलवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद कोई व्यक्ति अगर बरगद के पेड़ के पत्ते को हनुमान जी की प्रतिमा पर चढ़ाकर अपनी पर्स में केसर से श्रीराम लिख कर रखले तो वह व्यक्ति हमेशा के लिए धन की हानि से मुक्त हो जाता है। इसके अलावा कोई व्यक्ति पीपल के पत्ते भी चढ़ाकर यह उपाय करता है तो उसके लिए मंगलकारी सिद्ध हो सकता है।
2) मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाया जाता है। इसके अलावा हनुमान जी की प्रतिमा पर गुलाब की माला के साथ साबुत पान के पत्ते, गुड़ और चने आदि का भोग भी लगाया जाता है।
3) पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और फिर जल चढ़ाएं, ऐसा करने से हनुमान जी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं।
4) शनि दोष से पीड़ित व्यक्ति मंगलवार के दिन एक खास पोटली बनाए, इसमें काली उड़द, कोयले और 1 रुपये का सिक्का रख दें। इस पोटली को अपने ऊपर से वारकर नदी में प्रवाहित करने से हनुमान जी अंत्यत प्रसन्न होते हैं।
5) ऐसी मान्यता है कि (ऊं नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रूम दूताया स्वाहा) इस मंत्र को मंगलवार के दिन हनुमान जी के नाम के साथ जपने से शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है। सारे जग पर अपनी कृपा बनाने वाले हनुमान जी से आशीर्वाद पाने के लिए यह जाप मंगलकारी सिद्ध हो सकता है। मान्यताओं के अनुसार इस मंत्र के जाप से निर्धन के घर धन भर जाता है और जीवन में सुख ही सुख प्राप्त होता है।