17 अगस्त को सिंह राशि में होगा बुध का गोचर, कई राशियों के लिए है घातक, जानें उपाय

By गुणातीत ओझा | Published: August 14, 2020 07:03 PM2020-08-14T19:03:54+5:302020-08-14T19:03:54+5:30

बुध का गोचर 17 अगस्त 2020 को 8 बजकर 18 मिनट पर कर्क से सिंह राशि में होगा और इस राशि में बुध ग्रह 2 सितंबर 2020, 11 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। बुध के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।

17 august ko singh raashi mein hoga budh ka gochar kaee raashiyon ke lie hai ghaatak jaanen upaay | 17 अगस्त को सिंह राशि में होगा बुध का गोचर, कई राशियों के लिए है घातक, जानें उपाय

17 अगस्त को बुध सिंह राशि में कर रहा है प्रवेश।

बुध का गोचर 17 अगस्त 2020 को 8 बजकर 18 मिनट पर कर्क से सिंह राशि में होगा और इस राशि में बुध ग्रह 2 सितंबर 2020, 11 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। बुध के इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। सूर्य के सबसे निकटवर्ती ग्रह बुध को ज्योतिष शास्त्र में युवराज का दर्जा दिया गया है। बुध ग्रह व्यवसाय, वाणी, शिक्षा आदि का कारक ग्रह माना जाता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि इस तटस्थ ग्रह भी कहा जाता है क्योंकि जिस भी ग्रह के साथ यह युति करता है उसके जैसे ही फल प्रदान करने लगता है। कुंडली में यदि बुध ग्रह मजबूत अवस्था में हो तो यह आपको तार्किक बुद्धि, गणितीय विषयों में अच्छी समझ और अच्छा व्यवसायी बनाता है। यदि बुध कुंडली में अशुभ हो तो त्वचा संबंधी विकार हो सकते हैं और ऐसा व्यक्ति स्पष्टता से लोगों के सामने अपनी बात भी नहीं रख पाता।

आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास से बुध का सिंह राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव-

मेष
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। इस भाव से बुद्धि, संतान, ज्ञान, आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर उन जातकों के लिए अति शुभ रहेगा जो अपनी रचनात्मक खूबियों को अपने व्यवसाय में बदलना चाहते हैं। पारिवारिक जीवन ठीक रहेगा लेकिन संतान को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह से आप भी चिंतित होंगे। हालांकि आपका स्वास्थ्य इस दौरान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन की बात करें तो लवमेट के साथ किसी बात को लेकर मतभेद पैदा हो सकते हैं। 

वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में बुद्धि के देवता बुध का गोचर होगा। इस गोचर के चलते आपको पारिवारिक जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इस भाव से माता, आवास, सुख-सुविधाओं के बारे में भी विचार किया जाता है।यह गोचर आपकी माता के लिए भी शुभ साबित होगा, यदि वो नौकरी पेशा हैं तो उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। वहीं इस राशि के जो विद्यार्थी प्रबंधन से जुड़े क्षेत्रों की पढ़ाई कर रहे हैं उन्हें मनमाफिक फल प्राप्त होंगे। प्रारंभिक शिक्षा अर्जित करने वाले छात्रों को मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी जाती है। वहीं जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें कार्यक्षेत्र में अच्छे फल प्राप्त होंगे, इस समय आपके अच्छे काम को सराहना मिल सकती है।

मिथुन
बुध देव आपकी राशि से तृतीय भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से आपके साहस, पराक्रम, छोटे भाई-बहनों से आपके संबंध, लघु यात्राएं आदि के बारे में विचार किया जाता है। बुध चूंकि संचार कारक ग्रह माना जाता है इसलिए इस गोचर के दौरान आप अपनी वाणी से लोगों को प्रभावित करने में कामयाब होंगे। इस राशि के जातकों के लिए यात्राएं करना भी इस दौरान शुभ रहेगा। यदि आप काम के संबंध में यात्रा करते हैं तो फायदा हो सकता है। इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उनके लिए भी समय अच्छा रहेगा लेकिन आपको अपने अहम भाव पर कंट्रोल करने की जरुरत है। 

कर्क
कर्क राशि के जातकों के द्वितीय भाव में बुध राशि का गोचर होगा। यह भाव आपकी संपत्ति, परिवार, वाणी, उद्देश्य आदि के बारे में जानकारी देता है। इस गोचर के दौरान आपको पारिवारिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। घर के किसी सदस्य की खराब तबीयत आपके मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। ऐसे समय में आपको ज्यादा तनाव लेने से ज्यादा उस सदस्य की हेल्थ का ख्याल रखना चाहिए। इस गोचर के दौरान आपका आर्थिक पक्ष भी कमजोर हो सकता है। आमदनी में जिसे बढ़त की उम्मीद आप लगाए बैठे थे शायद वो आपको इस माह न मिले 

सिंह
बुध ग्रह का गोचर आपके लग्न भाव में होगा। लग्न भाव से हम आपके व्यक्तित्व, आत्मा, शरीर, स्वास्थ्य, चरित्र, बुद्धि आदि के बारे में विचार करते हैं। इस भाव में बुध ग्रह के गोचर से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। आपकी महत्वकांक्षाएं बढ़ेंगी और उन्हें पाने की भी आप पूरी कोशिश करेंगे। इस राशि के विद्यार्थियों के लिए यह समय बहुत अनुकूल रहेगा आप नई-नई चीजें सीखना चाहेंगे। इस राशि के जो जातक अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए भी यह समय अच्छा रहेगा। परिस्थिति और विषयों को समझने की आपकी क्षमता इस दौरान बढ़ेगी। यदि आप कोई रचनात्मक कार्य जैसे- गायन, वादन, नृत्य करते हैं तो आपकी कला में इस समय अत्यधिक निखार देखने को मिल सकता है। 

कन्या
पृथ्वी तत्व की राशि कन्या के जातकों के लिए बुध ग्रह का गोचर आपके द्वादश भाव में होगा। यह भाव हानि, अनावश्यक खर्चो आदि का होता है। बुध के इस गोचर के दौरान कन्या राशि के जातकों को बहुत संभलकर रहने की जरुरत है। आपको गलत बोलने से बचना चाहिए और गलत संगति से दूर रहना चाहिए। यदि आप गलत लोगों के साथ रहते हैं तो किसी बड़ी समस्या में पड़ सकते हैं। इस राशि के जातकों के आत्मविश्वास में भी इस दौरान कमी आएगी जिसके कारण आपके कई जरुरी काम अटक सकते हैं। अपने आत्मबल को बढ़ाने के लिए इस दौरान आपको योग-ध्यान का सहारा लेना चाहिए। नौकरी पेशा और व्यवसायी लोगों के लिए भी बुध का यह गोचर चुनौती पूर्ण रहेगा । 

तुला
तुला राशि के जातकों के एकादश भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है और इससे आपकी कामनाओं, मित्रों आदि के बारे में विचार किया जाता है। तुला राशि के लोगों के लिए बुध का यह गोचर कई सौगातें लेकर आएगा। यदि आप आयात-निर्यात से संबंधी कार्य या बिजनेस करते हैं तो इस गोचर के दौरान आपकी पांचों अंगुलियां घी में हो सकती हैं। आपकी कामनाओं की पूर्ति इस दौरान होगी। इस राशि के कई जातकों को इस समय अपने पिता और सरकार से लाभ की प्राप्ति हो सकती है। आपके पिता का सहयोग आपको कई परेशानियों से इस दौरान बचा सकता है। 

वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के दशम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपके कर्मों पर विचार किया जाता है और साथ ही इससे आपके कार्यक्षेत्र, नेतृत्व गुण, सम्मान, सफलता आदि के बारे में भी विचार किया जाता है। वृश्चिक राशि के उन लोगों के लिए बुध का यह गोचर बहुत अच्छा रहेगा जो किसी ऐसे व्यवसाय में हैं जिसमें पब्लिक डीलिंग होती है। इसके साथ ही राजनीति के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय अच्छा है, अपनी वाणी के दम पर आप लोगों को आकर्षित कर सकते हैं। वहीं इस राशि के जातकों के आर्थिक पक्ष की बात की जाए तो उसमें भी सुधार होगा यदि आप शेयर-मार्केट में पैसा लगाते हैं तो इस दौरान मुनाफा कमा सकते हैं। नौकरी पेशा और व्यवसायी लोगों को भी अनुकूल फल मिलेंगे, हालांकि नौकरी पेशा लोगों को उच्च अधिकारियों से उलझने से इस समय बचना चाहिए। 

धनु
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा। इस भाव को धर्म और भाग्य का भाव कहा जाता है। इस भाव में बुध के गोचर से धनु राशि के लोगों को जीवन के कई क्षत्रों में लाभ की प्राप्ति होगी। आपके अटके काम इस दौरान पूरे हो सकते हैं जिससे आपकी कई परेशानियां दूर होंगी। पारिवारिक जीवन में यदि किसी अन्य सदस्य के साथ कोई मतभेद था तो वो भी इस समय में दूर हो सकता है, जिससे पारिवारिक जीवन में भी शांति रहेगी। माता-पिता के साथ आपके संबंध सुदृढ़ होंगे। इस राशि के नौकरी पेशा लोगों को करियर क्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, कार्यक्षेत्र में अपने व्यवहार को अच्छा रखने की कोशिश करें। बुध के नवम भाव में गोचर के चलते आपकी धार्मिक प्रवृति में कमी आ सकती है जोकि आपके व्यवहारिक गुण से अलग है। 

मकर
शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि के जातकों के अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव को आयुर भाव भी कहा जाता है और इससे जीवन में आने वाली बधाओं, शोध, दुर्घटना आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस भाव में बुध का गोचर उन जातकों के लिए अच्छा रहेगा जो शोध कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग तंत्र-मंत्र जैसी गूढ़ विद्याओं को सीखने के प्रति भी इस समय अकर्षित हो सकते हैं। हालांकि ऐसी विद्याएं आपको बहुत सोच-समझकर सीखनी चाहिएं। वहीं नौकरी पेशा और कारोबारियों को इस दौरान अपने शत्रुओं से बहुत संभलकर रहने की जरुरत है आपका शत्रु पक्ष इस दौरान सक्रिय हो सकता है। स्वास्थ्य जीवन में भी इस राशि के लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। 

कुंभ
वायु तत्व की राशि कुंभ के जातकों के लिए बुध ग्रह का गोचर सप्तम भाव में होगा। यह भाव विवाह और जीवन में होने वाली साझेदारियों का होता है। बुध के इस गोचर के दौरान आप कुछ नए लोगों से जुड़ सकते हैं और उनसे नई चीजें सीख सकते हैं। इस राशि के जो जातक काम के सिलसिले में यात्रा कर रहे हैं उन्हें भी शुभ फलों की प्राप्ति इस दौरान हो सकती है। नौकरी पेशा से जुड़े इस राशि के लोगों के लिए यह समय मिलाजुला रहेगा लेकिन जो लोग साझेदारी में व्यापार करते हैं उनके जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं। साझेदार के साथ किसी बात को लेकर यदि मतभेद हैं तो खुलकर उनसे बात करें हल अवश्य निकलेगा। आपके निजी जीवन की बात की जाए तो आपके व्यवहार में जल्दबाजी इस दौरान देखी जा सकती है, जिससे आपके कई काम बिगड़ सकते हैं। 

मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर उनके षष्ठम भाव में होगा। षष्ठम भाव को रिपु भाव भी कहा जाता है और इससे ऋण, विवाद, अभाव, चोट, बदनामी आदि के बारे में विचार किया जाता है। षष्ठम भाव में बुध ग्रह के गोचर के दौरान आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। उनकी सेहत बिगड़ने की संभावना है, उन्हें कोई तकलीफ है तो तुरंत किसी अनुभवी डॉक्टर से सलाह लें। प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने के लिए यह समय अच्छा है। वहीं इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें भी इस गोचर के दौरान शुभ फल मिलेंगे। कारोबारी वर्ग के लोगों को इस दौरान बहुत संभलकर लेने-देन या कोई फैसला लेना होगा नहीं तो हानि हो सकती है। इस राशि के जातकों को बिना विचार किये निवेश करने से भी इस दौरान बचना चाहिए। मीन राशि के जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें बुध के गोचर काल के दौरान सफलता मिल सकती है। 

बुध के उपाय
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि बुध दोष के उपाय बुध दोष से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए। “ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” मंत्र का जाप 5 बार 108 करना चाहिए। घर के पूर्व दिशा में लाल झंडा लगायें। बुध दोष से परेशान जातक को सोने के आभूषण पहनने चाहिए। ऐसे व्यक्ति को हरे रंग के कपड़ों और वस्तुओं से परहेज करना चाहिए। घर में चौड़े पत्ते वाले पौधे लगायें और घर के मुख्य द्वार पर पंचपल्लव का तोरण लगाएं। 100 ग्राम चावल में चने की दाल मिलाकर बहते जल नदी या नहर में प्रवाहित करें। कनिष्ठा उंगली में पन्न रत्न धारण करें। बुधवार के दिन गाय को घास खिलाएं। बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं। बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं। दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है।

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