अगर आपकी दोस्ती में चल रही है प्रॉब्लम, तो एक्पर्ट के इन 5 टिप्स को जरूर अपनाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 19, 2019 01:29 PM2019-09-19T13:29:39+5:302019-09-19T13:29:39+5:30
अमूमन दोस्त हमारे हर तरह के सिचुएशन में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन ये भी ध्यान रखना होगा कि ये रिश्ते हमेशा सहज नहीं होते। वहीं, कई बार आपका करीबी दोस्त ही आपको सबसे ज्यादा चोट पहुंचाता है। हम आपको इस खबर में बताएंगे कि दोस्ती के रिश्ते की रोजमर्रा की समस्याओं से कैसे निपटा जा सकता है।
आमतौर पर दोस्ती का रिश्ता बेहद खास होता है। आपकी दोस्ती आपके लिए खुशी ला सकती है और दुख भी। हालांकि कहीं ऐसी कोई किताब नहीं बनी हैं जहां लिखा हो कि चीजों तनावग्रस्त होने पर क्या करें। ऐसे में इन सब वक्त में आपके लिए शोधकर्ता, लेखक और थेरेपिस्ट ही काम आ सकते हैं।
हम आपको इस खबर में बताएंगे कि दोस्ती के रिश्ते की रोजमर्रा की समस्याओं से कैसे निपट सकते हैं।
1- अमूमन दोस्त हमारे हर तरह के सिचुएशन में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन ये भी ध्यान रखना होगा कि ये रिश्ते हमेशा सहज नहीं होते। इसके अलावा कई बार आपका करीबी दोस्त ही आपको सबसे ज्यादा चोट पहुंचाता है। ये तब ज्यादा महसूस होता है जब आपका दोस्त अपने किए वादे को तोड़ दें। ऐसा मानना है जानी मानी लेखिका, फ्रेंडशिप कोच और मनोवैज्ञानिक Jan Yager का।
जैन यागर कहती है कि, अक्सर दोस्त किसी खास पार्टी में जाने से मना कर देते हैं या फिर आखिरी वक्त पर प्लान को कैंसल कर देते हैं। ऐसी स्थिति में जब हमें ये बातें चुभती हैं तो सबसे पहले यह याद रखना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता।
2- रिश्तों में कई बार ऐसे मौके भी आते हैं जब सारी चीजें असंतुलित होती हैं। हो सकता है कि आपका एक दोस्त ब्रेकअप से गुजर रहा हो और उसे ज्यादा सपोर्ट की जरूरत हो। या फिर कोई ऐसा दोस्त हो जिससे बात करने के लिए किसी टॉपिक या किसी खास समय की जरूरत न पड़ें।
एक पेशेवर परामर्शदाता लेस्ली जे, LMHC, का कहना है कि आपको क्या चाहिए, इसके लिए यह पूछना बहुत ज़रूरी है, भले ही यह आपको एक कमजोर स्थिति में डाल दें।
3- कई बार ऐसा होता है कि अचानक से कोई दोस्त लंबे समय के लिए गायब हो जाता है जब हमें उसकी जरूरत होती है। डॉ यागर का कहना है कि, हो सकता है कि किसी पार्टी के बाद आपका दोस्त आपके मैसेजेस या ईमेल का रिप्लाई ना करें। ऐसी स्थिति में हम काफी नाराजगी महसूस करते हैं, ऐसा कहना है।
यागर कहती है, "दोस्ती के बारे में हमें यह मूल बात हमेशा याद रखना चाहिए कि यह वैकल्पिक है।" यह दोनों लोगों के लिए लागू होता है। हम दूसरों को चुनते हैं और दूसरे हमें चुनते हैं। ऐसे में हमेशा यह ध्यान रखें कि हमें खुद को टाइम देना चाहिए। कई बार हमें यह मालूम नहीं होता है कि सामने वाला किस स्थिति में है।
4- किसी भी इंसान को अलग-थलग रहना पसंद नहीं होता है। सोचिए कि जब आप सोमवार सुबह अपना फेसबुक चेक करते हैं और देखते हैं कि आपके दोस्त आपके बिना वीकेंड पर कहीं बाहर घूमने चलें गए, यह बात जानने के बाद आपको कितना बुरा लगता है।
स्कॉट क्राइस्टली जो कि एक चिकित्सक है कहते हैं, "मैं अपने लोगों को इसके बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं, लेकिन निष्कर्ष पर कूदने के लिए भी नहीं।" हो सकता है कि बातचीत के जरिए से, आप यह जान पाओं कि क्या हुआ होगा और आप कैसे प्रतिक्रिया देंगे।
5- कई बार ऐसा होता है कि आपके किसी बहुत करीबी दोस्त से आपका ब्रेकअप हो गया हो, जिससे आप काफी टूट चूकें होते हैं।
फ्लोरा का कहना है कि करीबी दोस्त से ब्रेकअप करना सबसे मुश्किल तरह के ब्रेकअप में से एक हो सकता है। वह कहती हैं "हम एक दोस्त को खोने के चोट के बारे में बात नहीं करते हैं"। फ्लोरा आगे कहती है कि, लेकिन हमें इसके पीछे के कारण के बारे में भी सोचना चाहिए। ये भी सोचना चाहिए कि हो सकता है कि यही आपके लिए अच्छा है।