लॉकडाउन में घर से काम करने वाले 50 फीसदी से भी ज्यादा लोग देख रहे हैं पॉर्न, पढ़िए क्या कहती है रिसर्च
By मेघना वर्मा | Published: May 11, 2020 02:44 PM2020-05-11T14:44:46+5:302020-05-11T14:44:46+5:30
इस समय वर्क फ्रॉम होम रिएलिटी बन गया है। इसी कारण से लोगों की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच जो लाइन थी वो भी धुंधली सी हो गई है।
कोरोना वायरस और कोविड -19 के चलते लॉकडाउन ने लोगों को घर पर रहने के लिए मजबूर कर दिया है। इस समय वर्क फ्रॉम होम रिएलिटी बन गया है। इसी कारण से लोगों की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच जो लाइन थी वो भी धुंधली सी हो गई है।
वहीं अब हाल ही में हुए एक रिसर्च ने इस बात का दावा किया है कि वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोग अपने ऑफिशियल डिवाइज से एडल्ड कंटेंट या पॉर्न देख रहे हैं।
साइबर सिक्योरिटी फर्म Kaspersky की इस रिसर्च ने कुछ अमेजिंग फैक्ट और लोगों के बिहेवियर पर ये रिसर्च किया है। स्टडी के मुताबिक घर से काम करने वाले 51 प्रतिशत लोग अपने ऑफिशियल डिवाइज (लैपटॉप, कम्प्यूटर या फोन) से अडल्ड कंटेट या पॉर्न देखते हैं।
आंकड़ों की बात करें तो 18 प्रतिशत इम्प्लॉई जहां अपने ऑफिशियल डिवाइज पर पॉर्न देखते हैं तो वहीं 33 प्रतिशत लोग अपने पर्सनल डिवाइज पर पॉर्न देखते हैं जिसका इस्तेमाल वो ऑफिस के काम में भी करते हैं।
इस रिसर्च में वर्क फ्रॉम होम को लेकर कई नए फैक्ट्स भी साने आए हैं। जैसे 31 प्रतिशत लोगों का कहता है कि वो वर्क फ्रॉम होम में ऑफिस से ज्यादा काम कर रहे हैं। वहीं 46 प्रतिशत लोगों ने इस बात को माना है कि वो अपनी पर्सनल लाइफ के लिए ज्यादा समय निकाल रहे हैं। वहीं कुछ की ये भी शिकायत है कि उनको अब अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को अलग-अलग रखने में बहुत दिक्कत हो रही है।
वहीं 55 प्रतिशत लोगों का मानना है कि वो अब समाचारों को ज्यादा पढ़ने लगे हैं। वहीं 60 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो अपने सभी काम सिर्फ एक डिवाइज के माध्यम से ही पूरा कर रहे हैं जिन्हें वो इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा भी काम और कंपनीज को लेकर कई सारी स्टडीज की गई है।