कैजुअल रिलेशनशिप में होता है सबसे ज्यादा कॉन्डम का इस्तेमाल, इस उम्र के लोग करते हैं सबसे ज्यादा यूज-पढ़िए क्या कहती है रिसर्च
By मेघना वर्मा | Published: February 23, 2020 07:21 AM2020-02-23T07:21:21+5:302020-02-23T07:21:21+5:30
कनाडा की मैकमास्टर विश्वविद्यालय में सेक्शुअली एक्टिव पुरुष और महिलाओं से कलेक्ट किए हुए डाटा से इस रिसर्च के आकड़े निकाले गए हैं।
एक नई रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि एक कैजुअल पार्टनर के साथ सेक्स करने में सबसे ज्यादा लोग कॉन्डम का इस्तेमाल करते हैं। एक कमिटेड रिलेशनशिप में रहने के दौरान लगभग 36 प्रतिशत पार्टनर कॉन्डम का इस्तेमाल करते हैं जबकि एक कैजुअल रिलेशनशिप में रहने वाले पार्टनर दोगुने से भी ज्यादा लगभग 85 प्रतिशत लोग सेक्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमालकरते हैं।
कनाडा की मैकमास्टर विश्वविद्यालय में सेक्शुअली एक्टिव पुरुष और महिलाओं से कलेक्ट किए हुए डाटा से इस रिसर्च के आकड़े निकाले गए हैं। कॉन्डम से रिलेड उनसे ये सवाल किया गया जिसके सभी डेटा इकट्ठा करके इस डाटा को कलेक्ट किया गया है। इस रिसर्च को PLOS ONE जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार कि रिसर्च में इस चीज का दावा किया गया है कि उन लोगों ने कॉन्डम का इस्तेमाल करने वाले वो लोग सबसे ज्यादा हैं जिन्होंने कहीं ना कहीं से कॉन्डम का यूज करने के बारे में सुना या सीखा है। इनकी संख्या लगभग 50 प्रतिशत है। साथ ही इसमें वो लोग भी हैं जो शिक्षित हैं। जिनमें कॉलेज और विश्वविद्यालय के स्नातकों की संख्या 50 प्रतिशत है।
कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता टीना फेटनर ने कहा, "ये संकेत है कि कॉन्डम के ऐजुकेशन की वजह से इसका उपयोग बहुत अधिक बढ़ गया है। अगर ये शिक्षा मौजूद नहीं होती तो कंडोम के इस्तेमाल में कमी आती और जोखिम बढ़ जाता।" इस रिसर्च में, शोधकर्ताओं ने 2,300 लोगों पर सर्वे किया। जिसमें सभी तरह के लोग, सभी उम्र वर्ग के लोग और रीजन के लोग शामिल थे।
सर्वे में ऐसे वयस्क शामिल थे जिन्होंने पिछले छह महीनों में कम से कम 10 बार सेक्स किया था। सर्वे में पता चला कि 30 प्रतिशत कनाडाई सेक्स में कंडोम का उपयोग करते हैं। युवा वयस्कों में इसका उपयोग सबसे अधिक है। जिनकी उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच की है।
अब रिसर्च की ये टीम इस स्टडी को दुनिया के अलग-अलग भागों में करना चाहती है। जहां अभी भी कॉन्डम के यूज का डाटा नहीं है। इस स्टडी के बाद ही कॉन्डम के इस्तेमाल और इसके ऐजूकेशन पर जोर दिया जा सकेगा। ताकि किसी भी तरह की बीमारी या अनचाही प्रेगनेन्सी से बचा जा सके।