क्या स्पेस में सेक्स है मुमकिन? नासा के पूर्व जनरल ने दिया हैरान कर देने वाला जवाब
By गुलनीत कौर | Published: March 12, 2019 05:14 PM2019-03-12T17:14:33+5:302019-03-12T17:14:33+5:30
एक अंग्रेजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए चार्ल्स ने कहा कि धरती पर मनुष्य के रक्त का प्रवाह ऊपर से नीचे प्राइवेट पार्ट्स की ओर जाता है। जिससे उत्तेजना बनी रहती है और जल्दी भी बनती है। मगर स्पेस में ठीक उलटा होता है।
धरती पर लगातार बदलते हुए वातावरण को देखते हुए नासा द्वारा मानव प्रजाति को दूसरे ग्रहों पर भी जीवन दिलाने की निरंतर कोशिश की जा रही है। दूसरे ग्रहों पर कैसे जीवन बिताया जा सकता है, वहां किन किन सुख सुविधाओं को प्राप्त किया जा सकता है और वहां कैसे पहुंचा जाए, इस पर वर्षों से रिसर्च चल रही है। इसी बीच अमेरिका की कुछ ट्रेवल कंपनियां आम लोगों को अन्तरिक्ष भेजने की तैयारियां कर रही हैं।
लोग स्पेस में कैसे जाएंगे, वहां उन्हें कैसी सुविधाएं दी जाएंगी और धरती से उनका जीवन कैसे अलग होगा इसपर ये कम्पनियां काम कर रही हैं। मगर इन सबके बीच लोगों द्वारा और इन कंपनियों द्वारा भी नासा के लिए कुछ सवाल उठने लगे हैं। जैसे कि स्पेस में कैसी चुनौतियां आएंगी। और क्या लोग वे सभी काम कर सकते हैं जो धरती पर भी करते हैं? जैसे कि सेक्स?
अन्तरिक्ष में सेक्स कर पाएंगे?
लोग ये जानना चाहते हैं कि क्या धरती की तरह ही लोग अन्तरिक्ष में जाकर सेक्स कर पाएंगे? या फिर वहां सेक्स करने की मनाही होगी? लेकिन अगर कर सकते हैं तो क्या तरीका वही होगा जो धरती पर अपनाया जाता है या फिर वैज्ञानिकों में अन्तरिक्ष में सेक्स का कोई नया तरीका खोज निकाला है?
इन सभी सवालों के जवाब में नासा के पूर्व प्रमुख चार्ल्स फ्रैंक बोल्डन ने कहा कि अन्तरिक्ष में सेक्स वाकई मुमकिन नही। हां लेकिन चुनती भरा हो सकता है। क्योंकि ग्रैविटी यानी गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण शरीर का नियंत्रण अपने हाथ में नहीं होता है। ऐसे में सेक्स के लिए हमें जिस फोर्स और पोजीशन की जरूरत पड़ती है, उस तक सफलतापूर्वक पहुंच पाने में दिक्कत आना संभव है।
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अन्तरिक्ष में सेक्स है संभव
स्पेस में सेक्स मुमकिन है या नहीं इसपर चार्ल्स ने साफ कहा कि स्पेस में सेक्स के नामुमकिन होने जैसा कुछ भी नहीं है। स्पेस में व्यक्ति वे सभी काम कर सकता है जो वो धरती पर कर रहा है। हां, तरीका अलग हो सकता है। क्योंकि ग्रैविटी की कमी से दोनों को एक दूसरे के करीब पहुँचने में दिक्कत हो सकती है। चार्ल्स ने बताया कि जिस तरह से स्काईडाइविंग करते हुए सेक्स संभव है, अन्तरिक्ष का सेक्स भी कुछ ऐसा ही होगा।
स्काईडाइविंग में हवा के दबाव से आप पार्टनर के करीब जाने की बजाय पीछे हो जाते हैं, अन्तरिक्ष में ग्रैविटी आपको पार्टनर की ओर पुश करने की जगह पीछे की ओर ढकेल देगी। लिहाजा अगर दोनों ही सही तरीके से बंधे होंगे तो प्राइवेट पार्ट्स को एक दूसरे के करीब ले जाना आसान होगा। लेकिन अगर बढ़ने में गलती हुई तो मुश्किलें बढ़ जाएँगी।
अन्तरिक्ष में सेक्स में आएंगी ये दिक्कतें
स्पेस में सेक्स के दौरान क्या क्या दिक्कतें आ सकती हैं इसपर चार्ल्स ने साइंस की भाषा में कुछ समझाने की कोशिश की है। एक अंग्रेजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए चार्ल्स ने कहा कि धरती पर मनुष्य के रक्त का प्रवाह ऊपर से नीचे प्राइवेट पार्ट्स की ओर जाता है। जिससे उत्तेजना बनी रहती है और जल्दी भी बनती है। मगर स्पेस में ठीक उलटा होता है।
ग्रैविटी की कमी के करण खून ऊपर से नीचे की बजाय नीचे से ऊपर जाता है। परिणामस्वरूप उत्तेजना में कमी आती है। मेल टेस्टोस्टेरॉन में भी कमी आती है। यही कारण है कि अन्तरिक्ष में जाने वाले वज्ञानिकों की सेक्स के प्रति उत्तेजना कम हो जागती है। क्योंकि इनका मेल टेस्टोस्टेरॉन स्तर स्पेस में अधिक समय तक रहने की वजह कम हो जाता है।