योगी मंत्रिमंडल से दिया था इस्तीफा, यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष राजभर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
By भाषा | Published: August 27, 2019 06:17 PM2019-08-27T18:17:00+5:302019-08-27T18:17:00+5:30
प्रदेश की मौजूदा सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रह चुके राजभर ने कथित तौर पर कहा था ''जब मैं भाजपा के नेताओं को देखता हूं तो मेरा खून खौल उठता है और मेरा मन करता है कि उनका सिर कलम कर दूं। जिस तरह से महाराजा सुहेलदेव दुश्मनों का सिर कलम करते थे।''
भाजपा के प्रति विवादित टिप्पणी करने पर उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि राजभर के खिलाफ कोपागंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर मऊ जिले के घोसी विधानसभा क्षेत्र के फतेहपुर ताल नरजा गांव में रविवार को आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा नेताओं तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
प्रदेश की मौजूदा सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रह चुके राजभर ने कथित तौर पर कहा था ''जब मैं भाजपा के नेताओं को देखता हूं तो मेरा खून खौल उठता है और मेरा मन करता है कि उनका सिर कलम कर दूं। जिस तरह से महाराजा सुहेलदेव दुश्मनों का सिर कलम करते थे।''
गाजीपुर की जहूराबाद सीट से विधायक राजभर की पार्टी सुभासपा ने वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था। उसने चार सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्हें योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
मगर आरक्षण में आरक्षण लागू करने की उग्र मांग करने और मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली की खुली आलोचना करने पर उन्हें हाल में मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया गया था।