प्रियंका गांधी ने पूछा- आखिर हर बार विपत्ति गरीबों और मजदूरों पर ही क्यों टूटती है, मोदी जी भगवान के लिए इनकी मदद कीजिए
By रामदीप मिश्रा | Published: April 15, 2020 10:08 AM2020-04-15T10:08:18+5:302020-04-15T10:08:18+5:30
कोरोना वायरसः पीएम मोदी ने लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा की, साथ ही प्रस्ताव किया कि जो क्षेत्र हॉटस्पाट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां 20 अप्रैल से कुछ छूट दी जा सकती है।
कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया गया है, जिसके बाद से शहरों फंसे प्रवासी मजदूरों अपने गांव जाने के लिए परेशान हो रहे हैं। इस बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे मजदूरों की मदद करें और इनके लिए व्यवस्था की जाने चाहिए।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पूछा, 'आखिर हर बार हर विपत्ति गरीबों और मजदूरों पर ही क्यों टूटती है? उनकी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले क्यों नहीं लिए जाते? उन्हें भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया जाता है? लॉकडाउन के दौरान रेलवे टिकटों की बुकिंग क्यों जारी थी? स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? उनके पैसे खत्म हो रहे हैं, स्टॉक का राशन खत्म हो रहा है, वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं-घर गाँव जाना चाहते हैं। इसकी व्यवस्था होनी चाहिए थी। अभी भी सही प्लानिंग के साथ इनकी मदद की व्यवस्था की जा सकती है। मजदूर इस देश की रीढ़ की हड्डी हैं। नरेंद्र मोदी जी भगवान के लिए इनकी मदद कीजिए।'
इससे पहले बीते दिन प्रियंका गांधी ने कहा था, 'मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर टेस्टिंग बढ़ाने का आग्रह किया था। यूपी में होने वाली मौतों में 5 की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मौत के बाद आई। जांच का सिस्टम अभी भी बहुत लचर है। जांच की व्यवस्था को तेज व व्यवस्थित करिए। ज्यादा से ज्यादा जांचें ही हमें सही तस्वीर दे सकती हैं।'
आख़िर हर बार हर विपत्ति गरीबों और मजदूरों पर ही क्यों टूटती है? उनकी स्थिति को ध्यान में रखकर फैसले क्यों नहीं लिए जाते? उन्हें भगवान भरोसे क्यों छोड़ दिया जाता है? लॉकडाउन के दौरान रेलवे टिकटों की बुकिंग क्यों जारी थी? स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम क्यों नहीं किया गया? उनके पैसे..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 15, 2020
बता दें, पीएम मोदी ने लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा की, साथ ही प्रस्ताव किया कि जो क्षेत्र हॉटस्पाट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां 20 अप्रैल से कुछ छूट दी जा सकती है। पीएम ने कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा और बुधवार को इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह नये क्षेत्रों में न फैले।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि ऐसे लोग जो रोज की कमाई से अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, ऐसे लोगों और किसानों के जीवन में आई मुश्किलों को कम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। पीएम ने कहा कि अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो अभी ये मंहगा जरूर लगता है लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे, इसकी कोई तुलना नहीं हो सकती। भारत कई विकसित देशों की तुलना में महामारी के फैलाव को रोकने में सफल रहा है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉकडाउन का चरण 14अप्रैल समाप्त हुआ। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 377 हुई, संक्रमण के कुल मामले 11,439 हो गए हैं। कम से कम आठ राज्यों तमिलनाडु, पंजाब, ओडिशा, महाराष्ट्र, अरूणाचल प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक ने पहले ही लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया था।