सीएम ममता से मिले तेजस्वी यादव, बनर्जी ने कहा, ‘हम लड़ रहे हैं, तेजस्वी भाई भी लड़ रहे है, हम साथ-साथ हैं’
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 1, 2021 05:24 PM2021-03-01T17:24:41+5:302021-03-01T21:30:13+5:30
राजद प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के लगभग पांच फीसदी हिंदी भाषी लोग हैं।
कोलकाताः राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव बिहार से निकलकर बंगाल और असम में चुनाव लड़ना चाहते हैं।
पश्चिम बंगाल और असम में मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव है। असम में कांग्रेस महागठबंधन के साथ गठजोड़ कर लिया है। बंगाल में गठबंधन के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी से मुलाकात की। राजद नेता तेजस्वी यादव ने टीएमसी का समर्थन किया। बिहार के लोगों से बंगाल चुनाव में ममता का साथ देने की अपील की। ममता बनर्जी ने राजद नेता तेजस्वी यादव से बैठक के बाद कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि भाजपा चुनाव आयोग को नियंत्रित करे।
तेजस्वी यादव ने राजद का नेतृत्व किया था
बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से मुकाबले के दौरान तेजस्वी यादव ने राजद का नेतृत्व किया था। यादव तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने यहां राज्य सचिवालय नबन्ना पहुंचे। बैठक के दौरान तृणमूल के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम भी मौजूद रहे।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष दलों के बीच एकता कायम करने का प्रयास करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भेंट की और बिहार मूल के लोगों से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
राज्य सचिवालय में बनर्जी के साथ भेंट करके बाहर निकलने के बाद यादव ने कहा कि उनकी पार्टी की पहली प्राथमिकता पश्चिम बंगाल में भाजपा को आगे बढ़ने से रोकना है। हालांकि उन्होंने पत्रकारों के इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि राजद तृणमूल कांग्रेस के साथ गठजोड़ करके चुनाव लड़ेगा या नहीं। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि आगामी चुनाव ‘आदर्शों एवं मूल्यों’ को बचाने की लड़ाई होगी।
तेजस्वी ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी का रुख ममताजी को पूरा समर्थन देना है । ’’ उन्होंने बिहार के लोगों से बनर्जी की पार्टी के साथ खड़ा रहने की अपील की। बदले में बनर्जी ने कहा कि उनके और जेल में बंद लालू प्रसाद के मन में ‘एक-दूसरे के प्रति सम्मान’ है। बनर्जी ने कहा, ‘जब हम लड़ रहे हैं... यह तेजस्वी भाई भी लड़ रहे है , हम साथ-साथ हैं।’
राजद नेता ने यह भी कहा कि वह भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए चुनाव वाले अन्य राज्यों पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी भी जायेंगे। सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि सरकार गरीब, बेरोजगार युवाओं, अर्थव्यवस्था, किसानों, छात्रों और महिलाओं के बारे में चिंतित नहीं है, लेकिन इसका एकमात्र उद्देश्य ‘‘हिंदू-मुस्लिम राजनीति पर बात कर’’सत्ता में बने रहना है।
West Bengal: Rashtriya Janata Dal leader Tejashwi Yadav meets State Chief Minister Mamata Banerjee at Nabanna. pic.twitter.com/NNMm0jIh2D
— ANI (@ANI) March 1, 2021
बिहार में अपराध 101 प्रतिशत बढ़ गए हैं
उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई, आईटी, ईडी, आरबीआई जैसे सभी संवैधानिक संस्थान अब स्वतंत्र नहीं हैं। ये सभी पार्टी (भाजपा) के विभिन्न प्रकोष्ठों के रूप में काम कर रहे हैं। चुनाव आयोग के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले, भाजपा आईटी सेल को तारीखों के बारे में जानकारी होती है।’’ बिहार का उदाहरण देते हुए, यादव ने कहा कि भाजपा द्वारा किए गए सभी वादे विफल हो गए हैं और भाजपा-जद (यू) की सरकार के दौरान राज्य (बिहार) में अपराध 101 प्रतिशत बढ़ गए हैं और ‘‘यही कारण है कि असम में दूसरी बार भाजपा सरकार नहीं होनी चाहिए।’’
असम में बीपीएफ, राजद के शामिल होने के साथ कांग्रेस महागठबंधन का विस्तार
असम में कांग्रेस की अगुवाई वाले छह दलों के विपक्षी महागठबंधन का विस्तार हुआ। गठबंधन में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी शामिल हो गए, जिससे असम में तीन चरणों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उसकी स्थिति और मजबूत हो गई। बीपीएफ वर्तमान में भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में शामिल है।
बीपीएफ और राजद गठबंधन में शामिल
भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ मजबूती से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ महागठबंधन का गठन किया था। भाजपा विरोधी समूह को मजबूत करने के लिए बीपीएफ और राजद गठबंधन में शामिल हो गया।
भाजपा असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ असम चुनाव में उतरेगी। बीपीएफ ने दिन में घोषणा की कि वे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होंगे।
इस फैसले का स्वागत करते हुए, कांग्रेस ने भरोसा जताया कि पार्टी फिर से सत्ता में आएगी। असम कांग्रेस प्रमुख रिपुन बोरा और एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल की मुलाकात के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि उनकी पार्टी असम में महागठबंधन का हिस्सा होगी।