चुनाव घोषणा से ठीक पहले ममता बनर्जी ने न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने का किया ऐलान, राज्य के श्रमिकों को लेकर कही यह बात
By अमित कुमार | Published: February 26, 2021 05:19 PM2021-02-26T17:19:50+5:302021-02-26T17:23:23+5:30
Mamata Banerjee announced a hike in wages: चुनाव आयोग द्वारा बंगाल चुनाव की तारीख घोषित किये जाने के साथ ही राज्य में आचार संहिता लागू हो जाती है। माना जा रहा है कि ममता बनर्जी ने आचार संहिता से बचने के लिए ही यह घोषणा निर्वाचन आयोग की प्रेसवार्ता शुरू होने से करीब एक घण्टे पहले कर दी।
Mamata Banerjee announced a hike in wages:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान से ठीक पहले ममता सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की बात कही है। इस घोषणा के मुताबिक अब राज्य में मजदूरी करने वाले दिहाड़ी मजदूरों को पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे दिए जाएंगे।
इस घोषणा के तहत अकुशल दिहाड़ी मजदूरों के लिए मजदूरी को 144 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 202 रुपए करने की घोषणा की है। अर्द्ध कुशल श्रमिकों को अब 172 रुपए की बजाय 303 रुपए मिलेंगे, जबकि कुशल श्रमिकों को 404 रुपए देने की घोषणा की गई है। ममता बनर्जी के ऑफिश्यली ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी शेयर की गई है।
ममता बनर्जी ने ट्वीट में बताया कि इस घोषणा से पश्चिम बंगाल में 56 हजार 500 श्रमिकों को फायदा पहुंचेगा। इनमें 40 हजार 500 अकुशल श्रमिक हैं, जबकि 8000 अर्धकुशल श्रमिक। कुशल श्रमिकों की संख्या 8000 है। इससे पहले अपने भाषण में ममता बनर्जी ने कहा था कि वह किसी से नहीं डरतीं और उन्हें जेल से या किसी अन्य चीज से नहीं डराया जा सकता।
I am pleased to announce a HIKE in the wages of daily wage workers under WB Urban Employment Scheme:
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 26, 2021
> To ₹202 per day from ₹144 earlier for unskilled labour
> To ₹303 from ₹172 earlier for semi-skilled
> ₹404 for skilled labour (new category introduced)
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ममता बनर्जी ने कहा था कि उनकी मातृभाषा बांग्ला ने उन्हें बाघ की तरह लड़ना सिखाया है और वह चूहों से नहीं डरतीं। किसी व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बिना तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्होंने हारना नहीं सीखा है। उन्होंने आगे कहा कि हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और चूहों के खिलाफ लड़ने से नहीं डरते।