सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया इस्तीफा, उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन, जानें मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार कौन
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 9, 2021 04:19 PM2021-03-09T16:19:13+5:302021-03-09T18:41:27+5:30
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तनः भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने देहरादून से वापस आकर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।
देहरादूनः उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है।
उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व एक साल पहसे बड़ा दांव खेला है। सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार के मंत्री धन सिंह रावत, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मजबूत विकल्प के रूप में उभरे हैं। उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी को भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।
I have submitted my resignation as the CM to the Governor today: Trivendra Singh Rawat pic.twitter.com/KJ7GsWEB4u
— ANI (@ANI) March 9, 2021
उत्तराखंड भाजपा में पिछले तीन दिनों से चल रही सियासी उठापठक के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बुधवार सुबह 10 बजे राज्य पार्टी मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी विधायकों की मौजूदगी में नए नेता का चयन किया जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में मौजूद रहेंगे। नयी दिल्ली में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर मंगलवार को देहरादून लौटे।
10 बजे पार्टी कार्यालय पर विधायक दल की बैठक
ऐसी संभावना है कि बुधवार या गुरुवार को नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। कुछ मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी के कारण रावत ने इस्तीफा दिया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच राजभवन पहुंचे। रावत ने राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा।
भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कल सुबह 10 बजे पार्टी कार्यालय पर विधायक दल की बैठक है। पार्टी ने मुझे चार साल तक इस राज्य की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा मौका मिलेगा। पार्टी ने अब फैसला किया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर अब किसी और को दिया जाना चाहिए।
Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat submits his resignation to Governor Baby Rani Maurya. He met BJP leaders in Delhi yesterday. pic.twitter.com/7oKkgZUwBm
— ANI (@ANI) March 9, 2021
उत्तराखंड के कुल विधायकों की संख्या 70
उत्तराखंड के कुल विधायकों की संख्या 70 हैं। भारतीय जनता पार्टी के पास 56, कांग्रेस के पास 11, निर्दलीय 2 हैं। एक सीट खाली है। भाजपा के कई विधायक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से असंतुष्ट हैं। कई दिन से दिल्ली और उत्तराखंड में राजनीति गतिविधि तेज हो गई थी। भाजपा नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह को देहरादून भेजा था।
The party gave me a golden opportunity to serve this State for four years. I had never thought that I would get such an opportunity. The party has now decided that the opportunity to serve as CM should be given to someone else now: Trivendra Singh Rawat, BJP in Dehradun pic.twitter.com/cwj36xkSZd
— ANI (@ANI) March 9, 2021
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी कुमाऊं क्षेत्र से एक उपमुख्यमंत्री भी नियुक्त कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि पुष्कर सिंह धामी को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री रावत ने सोमवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेताओं से मुलाकात की थी।
BJP Vice President and observer for the party's Uttarakhand unit, Raman Singh leaves for Dehradun from Raipur, Chhattisgarh
— ANI (@ANI) March 9, 2021
(file photo) pic.twitter.com/u9saugoPUQ
रावत ने कहा कि उनके चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने में केवल नौ दिन कम रह गए हैं और उन्हें इतना ही मौका मिला। यह पूछे जाने पर उनके इस्तीफे के पीछे क्या वजह रही, रावत ने कहा, 'यह पार्टी का सामूहिक निर्णय होता है। इसका अच्छा जवाब पाने के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा।' रावत ने अपने उत्तराधिकारी को शुभकामनांए भी दीं और कहा, ' अब जिनको भी कल दायित्व दिया जाएगा, वह उसका निर्वहन करेंगे। मेरी उनके लिए बहुत शुभकामनांए हैं। '
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी मामलों के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार सिंह कुछ दिन पहले अचानक देहरादून पहुंचे और कोर ग्रुप की बैठक की। इस बैठक के बाद से ही रावत को पद से हटाए जाने को लेकर अटकलें लग रही थीं।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का इस्तीफा ‘भ्रष्टाचार और विफलता’ पर पर्दा डालने की कोशिश: कांग्रेस
कांग्रेस ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री बदलने से भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि यह राज्य सरकार के ‘भ्रष्टाचार और विफलता’ पर पर्दा डालने की कोशिश है।
I can see a change in power happening. Even the BJP's central leadership has admitted that its present govt in the State could not do much. No matter who they bring now they will not come back to power in 2022: Former Uttarakhand CM and Congress leader Harish Rawat pic.twitter.com/xk1T0ye93w
— ANI (@ANI) March 9, 2021
कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा, ‘‘इससे कुछ नहीं होने वाला है। भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा। यह सिर्फ भ्रष्टाचार और विफलता पर पर्दा डालने का प्रयास है।’’ उल्लेखनीय है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। बुधवार को विधानमंडल दल की बैठक होगी जिसमें पार्टी विधायक दल का नया नेता चुना जाएगा जो प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा।