तो क्या अखिलेश यादव ने पाल रखी है पीएम बनने की ख्वाहिश? दिया ऐसा बयान कि खड़े हो गए होंगे कांग्रेस के कान
By भारती द्विवेदी | Published: September 16, 2018 03:52 PM2018-09-16T15:52:22+5:302018-09-16T15:52:22+5:30
देश में हो रही सांप्रदायिकता हिंसा पर बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिक रोकने के लिए अगर उन्हें दो कदम पीछे भी जाना पड़े तो वो तैयार हैं।
नई दिल्ली, 16 सितंबर: अगले साल के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हारने के लिए तमाम विरोधी पार्टियां एकजुट होने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे में हर किसी के मन में एक सवाल है कि अगर विपक्षी ताकत बीजेपी को हार देती है, फिर देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?
कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों से इस से जुड़े सवाल भी पूछ जाते रहे हैं लेकिन किसी ने खुलकर कभी कुछ नहीं बोला। लेकिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन घूमा-फिराकर अपनी मन की बात कही है।
'एनडीटीवी युवा कॉनक्लेव' में पत्रकार रविश कुमार के सवाल गठबंधन का नेता कौन होगा का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा- 'हम चाहते हैं कि पहले बीजेपी को रोक जाए। अगर हम यूपी में बीजेपी को रोक ले गए तो पूरे देश में बीजेपी रुक जाएगी। कांग्रेस को देश के लिए रास्ता निकालने के लिए दिल बड़ा करना चाहिए क्योंकि वो राष्ट्रीय पार्टी है तो उसकी जिम्मेदारी भी बड़ी है। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश से होना चाहिए।'
देश में हो रही सांप्रदायिकता हिंसा पर बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सांप्रदायिक रोकने के लिए अगर उन्हें दो कदम पीछे भी जाना पड़े तो वो तैयार हैं। लड़ाई तो बीजेपी से है लेकिन असली मुकाबला तो आरएसएस से है क्योंकि वो दिखता नहीं है। अखिलेश ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी सिर्फ चुनाव लड़ी थी लेकिन जमीन पर झूठा प्रचार आरएसएस ने किया था।