Telangana Legislative Council by-election: सीएम चंद्रशेखर की बेटी और पूर्व सांसद कविता ने जीत दर्ज की, कांग्रेस और भाजपा को हराया
By भाषा | Published: October 12, 2020 03:27 PM2020-10-12T15:27:33+5:302020-10-12T15:27:33+5:30
कविता ने जीत के बाद स्थानीय निकाय के जन प्रतिनिधियों को चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करने और टीआरएस नेताओं को जीत के लिए मेहनत करने के लिए धन्यवाद दिया।
हैदराबादः मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पार्टी की पूर्व सांसद के. कविता ने तेलंगाना विधान परिषद के लिए निजामाबाद स्थानीय निकाय सीट पर हुए उपचुनाव में सोमवार को जीत दर्ज की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस सीट के लिए नौ अक्टूबर को मतदान हुआ था और सोमवार को कविता ने भाजपा और कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों पर भारी अंतर से जीत दर्ज की। कविता ने जीत के बाद स्थानीय निकाय के जन प्रतिनिधियों को चुनाव में उनके पक्ष में मतदान करने और टीआरएस नेताओं को जीत के लिए मेहनत करने के लिए धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि कविता को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में निजाबाद सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी डी अरविंद से हार मिली थी। विधान परिषद सीट पर हुए उपचुनाव में गत शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मतदाताओं ने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट पहनकर मतदान किया।
प्रशासन ने कोविड-19 मरीजों द्वारा मतदान करने के लिए शुक्रवार को पीपीई किट देने और ऐंबुलेंस मुहैया कराने सहित कुछ विशेष व्यवस्थाएं की थी। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन विधान पार्षद भूपति रेड्डी को वर्ष 2019 में अयोग्य ठहराए जाने के बाद इस सीट पर चुनाव करना जरूरी हो गया था। रेड्डी को वर्ष 2018 में कांग्रेस में शामिल होने के बाद दल-बदल कानून के तहत अयोग्य ठहराया गया था।
उपचुनाव में स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि मतदाता हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इन चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 824 थी, लेकिन एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। सूत्रों ने बताया कि 823 में से 821 लोगों ने मतदान किया जबकि दो अन्य ने डाक मतपत्रों का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित 15 मतदाताओं ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। प्रशासन ने कोरोना वायरस संक्रमित मतदाताओं के लिये विशेष प्रबंध किये थे। गौरतलब है कि टीआरएस के विधान पार्षद भूपति रेड्डी 2018 के विधानभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसी के चलते उपचुनाव की जरूरत पड़ी है।