15 साल के कार्यकाल में हुईं गलतियों को लेकर तेजस्वी के माफी मांगने पर एनडीए ने साधा निशाना, जानें क्या है पूरा मामला
By भाषा | Published: July 4, 2020 12:18 AM2020-07-04T00:18:53+5:302020-07-04T00:18:53+5:30
बिहार में 15 साल के राजद के कार्यकाल में हुई गलतियों को लेकर तेजस्वी यादव के माफी मांगने पर एनडीए ने निशाना साधा है।
पटना। बिहार में राजद के 15 साल के कार्यकाल में हुईं ‘‘गलतियों’’ को लेकर पार्टी नेता तेजस्वी यादव द्वारा लोगों से माफी मांगे को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ जद (यू)-भाजपा गठबंधन ने शुक्रवार को उन पर निशाना साधा। राज्य में कुछ ही महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजद की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘जब पार्टी सत्ता में थी, तब मैं छोटा था। इसके बावजूद, यदि कोई गलती हुई है, तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं।’’
राजग ने इस चुनाव में राजद के 15 साल के कार्यकाल बनाम नीतीश कुमार के 15 साल के कार्यकाल को मुख्य मुद्दा बनाया है। कुमार के 15 साल के कार्यकाल की अवधि में वह समय शामिल नहीं है, जब वह चार साल के लिए भाजपा नीत गठबंधन से अलग हो गए थे। तेजस्वी के माफी मांगने पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कटाक्ष करते हुए कई कटु ट्वीट किए।
उन्होंने अपने ट्वीट में लालू प्रसाद के कार्यकाल में बिहार में गरीबी और हिंसा के कारण राज्य की हुई जगहंसाई का संदर्भ दिया है। तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर सुशील मोदी ने लिखा है, ‘‘अगर ऐसे परिवार का कोई सदस्य माफी मांगे जिसने अपने शासन के घिनौने रूप को महिमामंडित करते हुए लालूवाद कहा था, वह सच्ची (माफी) नहीं लगती।’’
लालू प्रसाद का 15 साल का शासनकाल बिहार का अंधकार काल था। एक तरफ विकास ठप था, तो दूसरी तरफ दलित-पिछड़े और व्यवसायी मारे जा रहे थे।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 3, 2020
गांव और शहर, दोनों जगह रोजगार खत्म होने के कारण पति-पत्नी के राज में लाखों लोगों को दूसरे राज्यों में महज दो वक्त की रोटी के लिए पलायन करना....... pic.twitter.com/ZhPix0ODB4
सुशील मोदी उन कुछ नेताओं में से हैं जिन्होंने पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर करोड़ों रुपये के चारा घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्य विधानसभा में इस समय विपक्ष के नेता तेजस्वी ने इस चुनावी मुद्दे के जवाब में उक्त टिप्पणी की थी। पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के बेटे ने नीतीश कुमार के कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री के तौर पर अपने करीब दो साल के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मेरी निगरानी में कोई गलत कार्य नहीं हुआ।’’
नीतीश कुमार राजद-कांग्रेस गठबंधन से अलग हो गए थे और वह राजग में लौट आए थे। तेजस्वी यादव ने बृहस्पतिवार को दिए भाषण में रोजगार के अभाव में राज्य से श्रमशक्ति के बड़े स्तर पर पलायन के लिए नीतीश कुमार पर निशाना साधा। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कुमार के खिलाफ यादव के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बिहार के लोग ‘‘चुनावी मौसम में छवि सुधारने की कोशिशें’’ सफल नहीं होने देंगे।
प्रसाद ने कहा, ‘‘लोग उस अंधकारमय समय की यादों से अब भी सिहर जाते हैं, जब असामाजिक तत्वों द्वारा जाति के आधार पर लड़ाइयां और फिरौती के लिए अपहरण करना आम बात थी, जिनके सिर पर सत्ता में बैठे लोगों का हाथ था। आम श्रमिकों को ही नहीं, बल्कि चिकित्सकों, इंजीनियरों और अन्य पेशेवरों को अपनी सुरक्षा के लिए भागना पड़ा।’’
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, ‘‘जिस प्रकार देश के लोग चीन और पाकिस्तान को भारत विरोधी रुख के लिए और कांग्रेस को सिखों के नरसंहार तथा जम्मू-कश्मीर को बर्बाद करने के लिए कभी माफ नहीं करेंगे, उसी प्रकार राजद को बिहार के लोग कभी माफ नहीं करेंगे।’’ आनंद ने कहा कि तेजस्वी यादव ने ‘‘अपनी पार्टी के 15 साल के कुशासन के समाप्त होने के 15 साल बाद’’ माफी मांगी है। उन्होंने पूछा कि चारा घोटाला मामले में रांची में सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कभी कोई माफी क्यों नहीं मांगी।