कोरोना महामारी में लंबे समय तक गायब रहे तेजस्वी यादव वापस पटना लौटे, विपक्ष ने दिया क्वारंटाइन सेंटर में जाने की सलाह
By एस पी सिन्हा | Published: May 12, 2020 03:49 PM2020-05-12T15:49:24+5:302020-05-12T15:49:24+5:30
बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि लॉकडाउन में भारत व बिहार सरकार का नियम- कानून सभी पर लागू होता है.
पटना: बिहार में कोरोना के बढते ग्राफ के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लॉकडाउन के बीच बिहार वापस लौट आए हैं. तेजस्वी यादव आज अहले सुबह पटना पहुंचे. सरकार ने उन्हें लॉकडाउन के बीच वापस आने के लिए विशेष अनुमति दी थी. वहीं, तेजस्वी यादव के पटना आने के बाद सियासत शुरू हो गई है. उनके पटना वापसी के बाद एक बार फिर से भाजपा-जदयू ने हमला तेज कर दिए हैं. विपक्ष ने तेजस्वी यादव को खुद किसी क्वारंटाइन सेंटर में जाने की सलाह दी है.
बिहार भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि लॉकडाउन में भारत व बिहार सरकार का नियम- कानून सभी पर लागू होता है. तेजस्वी यादव भी दिल्ली से आने के बाद जांच- स्क्रीनिंग करायें और 21दिन का वक्त किसी क्वारंटीन सेंटर में बिताएं. सिर्फ जुबानी जुगाली करने से नहीं होगा, अब सिस्टम को फॉलो कीजिये जिससे व्यवस्था का अनुभव भी होगा. निखिल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ युद्धरत बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव भाई देश-विदेश के किसी गुप्त स्थान पर ऐशो-आराम फरमा रहे थे. हमलोग आने के लिए कहे, लेकिन नहीं माने. जब जनता ने कहा कि तेजस्वी भगोडा है व तेजस्वी लापता है ट्वीटर ट्रेंड कराना शुरु किया तो आ गए. बिहार में तेजस्वी का स्वागत है.
वहीं, नीतीश सरकार में सूचना एवं जन संपर्क मंत्री नीरज कुमार ने नेता प्रतिपक्ष पर जुबानी हमला बोला है. मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि ‘’फजीहत के बाद आ टपके भ्रष्टाचार के राजकुमार, बताना पड़ेगा किस मांद में दुबके थे?’’ जबकि जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि ’’खबर आ रही है कि बिहार के प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी जी बिहार वापस आ चुके हैं. हमें भी अच्छा नही लग रहा था, जिस तरह उन्हें लोग ट्विटर पर भगौडा और लापता कह रहे थे. मेरे तरफ से तेजस्वी जी का स्वागत है, अब आईये मिलकर कोरोना की लडाई लडें. आपका बहुत बहुत धन्यवाद की आपने हमारे बुलावे का मान्य रखा और बिहार वापस आएं.’’
प्राप्त जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव सडक मार्ग से आज अहले सुबह पटना पहुंचे और सीधे अपनी मां राबडी देवी के सरकारी आवास पर पहुंचे. यहां बता दें कि लॉकडाउन से पहले हीं तेजस्वी यादव बिहार से बाहर थे. वे कहां थे इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष ने सस्पेंस बरकरार रखा था. इधर विपदा की घडी में भी नेता प्रतिपक्ष के बिहार से गायब रहने को लेकर भाजपा-जदयू ने मुद्दा बना लिया था. सत्ताधारी दल के नेता लगातार यह सवाल पूछ रहे थे कि आखिर हर संकट में तेजस्वी कहां गायब हो जाते हैं?