तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चीट मिनिस्टर कहा, बिहार में अपराध का ग्राफ 101 फीसदी बढ़ा
By एस पी सिन्हा | Published: February 25, 2021 07:00 PM2021-02-25T19:00:20+5:302021-02-25T19:02:19+5:30
बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। कानून-व्यवस्था को लेकर जमकर हमला किया।
पटनाः बिहार विधानमंडल का बजट सत्र के दौरान पक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और एक दूसरे पर जुबानी हमला भी कर रहे हैं।
बजट पर विधानसभा में चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बजट पर अपनी बात सदन में रखते हुए बजट को छलावा करार दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार की तरफ से पेश किया गया बजट झुनझुना के अलावा और कुछ भी नहीं है।
तेजस्वी ने इसे लेकर विधानसभा में एक भैंस की कहानी सुनाते हुए कहा कि गांव में एक बार भैंस की चोरी हुई चोर ने भैंस के गले में बंधी घंटी को दूसरी जगह पर लटका दिया और घंटी की आवाज सुनकर गांव वाले जब वहां पहुंचे तब तक के चोर भैंस को लेकर निकल चुका था बिहार में बजट को लेकर सरकार ने जो खेल खेला है।
वह भी इसी भैंस और घंटी की कहानी जैसी ही है। लालू-राबड़ी शासनकाल के दौरान बिहार सरकार की तरफ से पेश किए जाने वाले बजट और मौजूदा सरकार के बजट का तुलनात्मक विवरण पेश करते हुए कहा कि बिहार का बजट आज उस रफ्तार से आगे नहीं बढ़ रहा है, जिस रफ्तार से राजद के शासनकाल में बढ़ा था। उन्होंने राष्ट्रीय औसत के आंकड़ों को सदन में रखते हुए कहा कि तार किशोर प्रसाद वित्त मंत्री हैं, उनके बजट से उम्मीदें थी लेकिन उम्मीद टूट चुकी है।
वहीं सदन से बाहर नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार चीफ मिनिस्टर नहीं बल्कि चीट मिनिस्टर हैं। विधानसभा परिसर में पत्रकारों के सवाल का जवाब देने के दौरान उन्होंने कहा कि जनता जिसे मानती है वही नेता होता है, सच पूछिए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी नेता नहीं हैं।
बिहार की जनता ने उन्हें नकार दिया है। अहमदाबाद में स्टेडियम के नामांकरण के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि सरदार पटेल जी भी गुजरात के हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात के हीं हैं और यह विषय भी गुजरात से जुड़ा हुआ है। इसलिए इस मामले पर वे कुछ भी बोलना नहीं चाहते। लेकिन बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, भूखमरी, आर्थिक व्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर सवाल जरूर पूछेंगे।
उन्होंने कहा कि हर विभाग में भ्रष्टाचार हो रहा है, ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया है, जिन्हें एबीसीडी की भी जानकारी नहीं है। कुछ मंत्री ने तो यह तक कह दिया कि बिहार में भ्रष्टाचार जारी है. तेजस्वी ने कहा कि सरकार जमाखोरों को फायदा पहुंचाना चाहती है। तेजस्वी ने कहा कि सदन में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैसे जैसे जरूरी मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है बल्कि हिन्दू-मुस्लिम और जनसंख्या जैसे मुद्दों पर बहस हो रही है। अबकी बार महंगाई की मार' स्लोगन लिखा जो होर्डिंग पिछले दिनों पटना में लगाया गया था उसका क्या हुआ?
भाकपा-माले विधायक महबूब आलम के साथ हुई धक्का मुक्की पर तेजस्वी ने कहा कि वे इस घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं, इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई बल्कि अकसरहां पत्रकारों के साथ मारपीट और जनप्रतिनिधियों के साथ धक्का मुक्की की जाती है।
इस सत्र में जो कुछ हो रहा है उसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। इन बातों को वे सदन में रखते आ रहे हैं और आगे भी रखा करेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश जी के राज में अफसरशाही चरम पर है वे इस पर कार्रवाई की मांग करते हैं. वहीं, सीतामढी में दारोगा के शहीद होने पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था आए दिन बिगड़ती जा रही है।
बिहार में अपराध का ग्राफ 101 फीसदी बढ़ा है. ऐसे में बिहार में कानून का राज कब कायम होगा और अपराधियों के मन से भय कब खत्म होगा यह किसी को पता नहीं। तेजस्वी ने कहा कि जो आरसीपी टैक्स देता है उसका ट्रांसफर पोस्टिंग उसी हिसाब से होती है। जबकि, राहुल गांधी के उस बयान पर कि उत्तर भारत के लोग नासमझ होते हैं। इस पर तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि राहुल गांधी ने क्या कुछ कहा है।