तेजस्वी यादव 'आरक्षण बढ़ाओ-बेरोजगारी हटाओ' यात्रा पर निकले, पोस्टरों में दिखा कृष्ण अवतार
By एस पी सिन्हा | Published: February 7, 2019 07:11 PM2019-02-07T19:11:58+5:302019-02-07T19:11:58+5:30
दररभंगा के सदर प्रखंड के लोआम स्थित खेल मैदान के इर्द-गिर्द ऐसे पोस्टरों की भरमार है जिसमें तेजस्वी यादव को कृष्ण के रूप में दिखाया गया है और उनके हाथ में सुदर्शन चक्र भी है. ये पोस्टर आकर्षण का केन्द्र इसलिए भी बन पडा है कि क्योंकि उनके बडे भाई तेजप्रताप यादव भी खुद को कृष्ण कहते हैं और अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन.
बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आरक्षण बढ़ाओ-बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकले हैं. उनकी यात्रा की शुरुआत गुरुवार को दरभंगा से शुरू हुई. पहले चरण में तीन जिलों की यात्रा पर निकले तेजस्वी यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार को आरक्षण की सीमा बढ़ानी होगी. बिहार बेरोजगार युवाओं का गढ़ बन गया है.
वहीं, ट्वीट कर उन्होंने मांग की है कि 'जातीय जनगणना करवाओ. जातीय अनुपात में आरक्षण बढ़ाओ. एससी-एसटी और ओबीसी का आरक्षण बढ़ाकर 90 फीसदी करो. अतिपिछड़ों को 40 फीसदी आरक्षण दो.' साथ ही उन्होंने आरक्षण को निजी क्षेत्र में भी लागू करने की मांग की है.
उन्होंने कहा है कि 'आर-पार करेंगे, लड़ेंगे-मरेंगे और हक लेकर रहेंगे.' अपने अगले ट्वीट में उन्होंने कहा है कि 'आरक्षण' गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम नहीं है. 1931 की जनगणना के मुताबिक पिछड़ों की आबादी 52 फीसदी थी. इसके बावजूद आजादी के 46 साल बाद वर्ष 1993 में मात्र 27 फीसदी कोटा ही आरक्षण मिला क्योंकि, कुल आरक्षण पर 50 फीसदी सीलिंग थी.
उच्च शिक्षा में 2008 में यानी 61 साल बाद आरक्षण मिला. वो भी मोदी जी की मनुवादी सरकार ने दो दिन पहले समाप्त कर दिया. तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा है कि अब सरकार ने 50 फीसदी की सीलिंग हटाई है, फिर एससी-एसटी और ओबीसी के लिए कोटा बढाने पर चुप्पी क्यों हैं?
आज के बाद 8 फरवरी को सुपौल फिर 9 फरवरी को भागलपुर में तेजस्वी अपनी सभा करेंगे. तेजस्वी इससे पहले साइकिल यात्रा और संविधान बचाओ यात्रा के जरिये अपनी राजनीति को आगे बढ़ाते रहे हैं. हालांकि उनकी अन्य यात्राओं से ये थोडा अलग दिख रहा है क्योंकि दरभंगा से शुरू हुई उनकी यात्रा के दौरान उन्हें कृष्ण अवतार के रूप में दिखाया जा रहा है.
दररभंगा के सदर प्रखंड के लोआम स्थित खेल मैदान के इर्द-गिर्द ऐसे पोस्टरों की भरमार है जिसमें तेजस्वी यादव को कृष्ण के रूप में दिखाया गया है और उनके हाथ में सुदर्शन चक्र भी है. ये पोस्टर आकर्षण का केन्द्र इसलिए भी बन पडा है कि क्योंकि उनके बडे भाई तेजप्रताप यादव भी खुद को कृष्ण कहते हैं और अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन.
ऐसे में तेजस्वी के इस अवतार पर अब राजद के भीतर फिर से रार छिड़ने की आशंका बढ गई है क्योंकि तेजप्रताप यादव अलग से बदलाव यात्रा निकाल रहे हैं और उसमें तेजस्वी यादव की कोई भूमिका नहीं है. ऐसे में लालू यादव के दोनों बेटों तेजस्वी औप तेजप्रताप यादव के बीच मनमुटाव ने एनडीए के लोगों को बैठे बिठाए लालू परिवार पर हमला बोलने का मौका दे दिया है.
वहीं, जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने साफ कहा है कि सियासत में जब परिवार में विवाद बढ़ता है तो लड़ाई लंबी हो जाती है. दोनों भाइयों के बीच यह विवाद और बढ़ेगा लड़ाई चरम सीमा पर है. राजद में बहुत जल्द बहुत बड़ा विस्फोट होगा.