बिहार में तेज प्रताप यादव ने आज किया 'सद्बुद्धि महायज्ञ' का आयोजन, CM नीतीश से की मजदूर व छात्रों को घर लाने की मांग
By अनुराग आनंद | Published: April 26, 2020 04:36 PM2020-04-26T16:36:38+5:302020-04-26T16:36:38+5:30
कोटा में बिहारी छात्रों ने घर जाने के लिए तख्तियां हाथों में लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मौन प्रदर्शन भी किया।
पटना: बिहार के पूर्व मंत्री व लालू यादव के बड़े बेटे और 'लालू राबड़ी मोर्चा' के नेता तेज प्रताप यादव ने आज 'सद्बुद्धि महायज्ञ' का आयोजन किया। इस यज्ञ के माध्यम से तेज प्रताप ने प्रदेश के बाहर फंसे हजारों छात्रों व मजदूरों को वापस लाने की मांग की है।ॉ
दरअसल, तेज प्रताप ने इस यज्ञ का आयोजन इसलिए किया था, ताकि सीएम नीतीश कुमार को बाहर फंसे हुए प्रदेश के लोगों को घर लाने के लिए ईश्वर उन्हें सदबुद्धि दे।
Bihar: Former state Minister and 'Lalu Rabri Morcha' leader Tej Pratap Yadav conducted a 'Sadbuddhi Mahayagya' today in Patna, urging CM Nitish Kumar to bring back the students and labourers of the state, stuck in other states amid lockdown. pic.twitter.com/sjsWLtnKSH
— ANI (@ANI) April 26, 2020
बता दें कि हरियाणा और असम के लगभग 1,400 छात्र शुक्रवार को सुबह राजस्थान के कोटा से अपने अपने घरों को रवाना हो गए, वहीं राजस्थान के अलग-अलग शहरों और कस्बों में रहने वाले दो हजार से अधिक छात्र भी इसी दिन अपने-अपने घरों को रवाना हो गए। इसके बाद बिहार के छात्रों ने अपने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से घर वापसी के लिये इंतजाम करने की अपील करते हुए यहां मौन प्रदर्शन किया था।
इस कवायद की निगरानी कर रहे कोटा के एडीएम (प्रशासन) नरेन्द्र गुप्ता ने कहा कहा था कि असम के छात्रों को ले जा रहीं 18 और हरियाणा के छात्रों को ले जा रहीं 31 बसें शुक्रवार को कोटा से रवाना हो गई। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लगभग एक हजार और असम के लगभग 400 छात्रों ने शुक्रवार को सुबह अपने गृह राज्यों के लिये यात्रा शुरू की।
राजस्थान के अलग अलग शहरों और कस्बों के दो हजार से अधिक छात्र इसी दिन शाम तक कोटा से रवाना हो गए। इस बीच, लॉकडाउन के बाद से यहीं फंसे बिहार के 1,200 से अधिक छात्रों ने बृहस्पतिवार को अपने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई थी।
उन्होंने अपील लिखीं तख्तियां हाथों में लेकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मौन प्रदर्शन भी किया।