सोनिया गांधी ने दिया कांग्रेस के असंतुष्टों नेताओं को झटका, खड़गे होंगे राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष, आनंद शर्मा का दावा खारिज
By हरीश गुप्ता | Published: February 13, 2021 12:26 PM2021-02-13T12:26:58+5:302021-02-13T12:28:13+5:30
कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले दलित नेता मल्लिकार्जुन खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में कांग्रेस के नेता रह चुके हैं. 77 वर्षीय खड़गे पिछले साल राज्यसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए थे.
नई दिल्लीः कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल प्रमुख सोनिया गांधी ने पार्टी के असंतुष्टों को झटका देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया.
खड़गे 15 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे गुलाम नबी आजाद की जगह 16 फरवरी को पदभार ग्रहण करेंगे. सोनिया गांधी ने राज्यसभा में उपनेता आनंद शर्मा के पदोन्नति के दावे को खारिज करते हुए वरिष्ठ खड़गे को उन पर तरजीह दी.
उल्लेखनीय है कि आजाद ने भी अपनी सेवानिवृत्ति के बाद आनंद शर्मा को नेता प्रतिपक्ष बनाने की अपील की थी. सोनिया ने इस सुझाव को ठुकराते हुए तुरत-फुरत राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर पार्टी द्वारा खड़गे को सदन में अपना नेता नियुक्त किए जाने के फैसले से अवगत करा दिया.
नायडू ने इस संवाददाता से बातचीत में सोनिया गांधी का पत्र मिलने की पुष्टि की है. एक तीर से दो शिकार इस तरह से सोनिया गांधी ने एक तीर से दो शिकार किए. सोनिया ने न केवल आनंद शर्मा के दावे को खारिज किया बल्कि सभी असंतुष्टों को भी झटका दे डाला. आजाद और शर्मा उन कांग्रेसियों में प्रमुख थे जिन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी.
सोनिया गांधी ने पी. चिदंबरम, दिग्विजय सिंह सहित अनेक वरिष्ठों की नियुक्ति के सुझावों को ठुकरा दिया. खड़गे राज्यसभा में 17वें नेता प्रतिपक्ष होंगे. कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं 1952 से 1969 और 1972 से 1977 के दरमियान राज्यसभा में सदन की 1/10 सदस्य क्षमता नहीं होने के कारण कोई भी नेता प्रतिपक्ष नहीं था.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की लंबी पारियां
नेता प्रतिपक्ष कार्यकाल
गुलाम नबी आजाद 6 वर्ष 9 माह
सिकंदर बख्त 5 वर्ष 10 माह
डॉ. मनमोहन सिंह 5 वर्ष 9 माह
अरुण जेटली 5 वर्ष 2 माह
जसवंत सिंह 5 वर्ष