सरकार पर चौतरफा हमला, सोनिया गांधी ने किाया आवाहन, सोच समझ कर करें फैसला
By शीलेष शर्मा | Published: October 2, 2020 09:20 PM2020-10-02T21:20:06+5:302020-10-02T21:20:06+5:30
सोनिया ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए देश को सूचना का अधिकार क़ानून दिया लेकिन इस सरकार ने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए उस क़ानून को ही कमज़ोर कर दिया।
नई दिल्लीः कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने आज बिना मोदी सरकार का नाम लिए सरकार पर चौतरफा हमला बोला। चंपारण को याद करते हुए सोनिया ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग केवल चंद लोगों के विकास करने में जुटे हैं जबकि गाँधीजी का विश्वास समग्र विकास में था।
उन्होंने चंपारण में नील की खेती का उदाहरण दिया और कहा कि उस खेती से कुछ लोग मालामाल हो रहे थे , दूसरी ओर हज़ारों हज़ार गरीब किसान भुखमरी के शिकार थे, बापू ने इसे घोर पाप और अन्याय करार दिया। वे आज बिहार में वीडियो के ज़रिये पहली चुनावी सभा को संबोधित कर रहीं थीं।
कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का उल्लेख करते हुए सोनिया ने कहा कि यूपीए सरकार कोई भी योजना ग़रीबों के उत्थान और जनता को ध्यान में रख कर बनाती थी। उस समय कुछ ताक़तें निजी स्वार्थ में उसके विरोध में कड़ी होती थी , उनका सीधा इशारा प्रधानमंत्री मोदी की ओर था, जिन्होंने मनरेगा जैसी योजना का न केवल विरोध किया बल्कि उसका मज़ाक भी उड़ाया।
वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए सोनिया ने बिहार के लोगों से पूछा कि कोरोना काल में अगर मनरेगा जैसी योजना नहीं होती तो कल्पना करो की कितनी बड़ी संख्या में लोग भुखमरी के शिकार होते। सोनिया ने मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए देश को सूचना का अधिकार क़ानून दिया लेकिन इस सरकार ने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए उस क़ानून को ही कमज़ोर कर दिया।
रोज़गार देने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचा जा रहा है। सोनिया ने बार बार महात्मा गांधी और उनके उसूलों का ज़िक्र किया तथा लोगों का आवाहन किया कि अब समय आ गया है ये सोच समझ कर फैसला करें और सही निर्णय ले , यही गाँधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।