'लोकसभा चुनाव नेताओं के बीच नहीं, बल्कि मोदी बनाम भारत होगा'
By भाषा | Published: September 8, 2018 05:18 AM2018-09-08T05:18:57+5:302018-09-08T05:18:57+5:30
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव ने कहा कि पहले भी बिना नेता के विपक्षी गठबंधन चुनाव लड़कर कामयाब हो चुके हैं और इस बार भी ऐसा ही होगा।
नई दिल्ली, 08 सितंबर: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष के चेहरे के विमर्श को अनुचित करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि यह चुनाव ‘मोदी बनाम भारत’ होगा। वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल की पुस्तक ‘शेड्स ऑफ ट्रुथ’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगला चुनाव इस सरकार को हटाने के लिए होगा। मैं यह कहता हूं कि यह चुनाव नेताओं के बीच नहीं होगा, बल्कि मोदी और भारत के बीच होगा। चुनाव मोदी बनाम भारत होगा।’’
लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव ने कहा कि पहले भी बिना नेता के विपक्षी गठबंधन चुनाव लड़कर कामयाब हो चुके हैं और इस बार भी ऐसा ही होगा। उन्होंने कहा, ‘‘1977 में मोरारजी देसाई को चुनाव बाद प्रधानमंत्री चुना गया। 1989 में भी वीपी सिंह और 1990 के दशक में देवगौड़ा को इसी तरह चुना गया।’’
तृणमूल कांग्रेस के चंदन मित्रा ने कहा कि भाजपा के खिलाफ व्यापक गठबंधन होगा और इसका नेतृत्व कोई क्षेत्रीय नेता करेगा या करेगी। उनका इशारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ था।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नोटबंदी को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि अगर वह दूसरे देश में होते उनको इस्तीफा देना पड़ता। सिब्बल ने अपनी पुस्तक ‘शेड्स ऑफ ट्रुथ’ के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘महान नेता (मोदी) ने हमें नोटबंदी दी जिससे हमने जीडीपी का 1.5 हिस्सा गंवा दिया। अगर वह किसी दूसरे देश में होते जो उनको इस्तीफा देना पड़ता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से जीएसटी को लागू किया गया उससे बहुत नुकसान हुआ। वह (मोदी) हम पर नीतिगत पंगुता का आरोप लगाते थे, लेकिन यही नीतिगत पंगुता 8.2 फीसदी की औसत जीडीपी लेकर आई जो भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ। आप सोचिए कि आज कोई नीतिगत पंगुता नहीं है, लेकिन अर्थव्यवस्था की क्या स्थिति है?’’