शिवराज सिंह चौहान ने कहा- राष्ट्रीय लेवल का एक और झूठ परोस गए राहुल गांधी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 27, 2019 06:24 AM2019-03-27T06:24:40+5:302019-03-27T06:24:40+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के वक्त मध्यप्रदेश के किसानों से वादा किया था कि वे किसानों का कर्ज 10 दिन में माफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल देंगे. अब तक न तो किसानों का कर्ज माफ हुआ और न ही राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री को बदला.
लोकसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश में जुबानी जंग भी अब तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को फिर से सबसे बड़ा झूठ बोलने वाला बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक और राष्ट्रीय लेवल का झूठ उनके द्वारा की गई घोषणा के रुप में सामने आया है.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी द्वारा 72 हजार रुपए गरीबों को देने के वादे को लेकर यह बात कही. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मतदाता कांग्रेस के झूठे वादों से अभी उबर नहीं पाये और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष एक और राष्ट्रीय लेवल का झूठ परोस गए हैं.
चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के वक्त मध्यप्रदेश के किसानों से वादा किया था कि वे किसानों का कर्ज 10 दिन में माफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल देंगे. अब तक न तो किसानों का कर्ज माफ हुआ और न ही राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री को बदला. भोपाल सीट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो भाजपा के कार्यकर्ता हैं.कौन क्या करेगा, कौन मैदान में उतरेगा, इसका फैसला पार्टी करेगी.
उन्होंने इस बात का दावा किया कि भाजपा इस बार भी अपने गढ़ भोपाल में अधिक से अधिक मतों से जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि चुनाव में हम कांग्रेस की सरकार के झूठे वादों को जनता के बीच ले जाएंगे, जनता को यह बताएंगे कि कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव में क्या वादे किए थे, उन वादों को सरकार कितना पूरा कर पाई है. हम एक-एक झूठे वादे को जनता को बताएंगे.
किसानों के मुद्दे पर शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार वादों पर खरी नहीं उतरी है. सरकार ने किसानों की धान खरीदी ठीक से नहीं की है. हम गेहूं खरीदी पर ध्यान रख रहे हैं. किसानों का गेहूं ठीक से खरीदा जाए, इस पर भाजपा पूरा ध्यान रख रही है, गेहूं खरीदी में अगर गड़बड़ी होती है तो हम सरकार के खिलाफ मैदान में उतरेंगे.