राम मंदिर के लिए शिवसैनिक ईंट बिछाने को तैयार, अब इंतजार ठीक नहीं, सरकार लाए विशेष कानूनः उद्धव ठाकरे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 16, 2019 06:53 PM2019-09-16T18:53:19+5:302019-09-16T18:53:19+5:30
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए। अभी कुछ महीने पहले उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य और शिवसेना सांसदों के साथ रामलला की पूजा अर्चना की थी।
राम मंदिर को लेकर उच्चतम न्यायालय में रोजाना सुनवाई हो रही है। लेकिन देश के नेताओं को इसका इंतजार नहीं हो रहा है। अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में विधानसभा चुनाव है।
चुनाव आते ही भगवान राम याद आते हैं। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में कहा कि हमारे शिवसैनिकों से राम मंदिर के लिए पहली ईंट बिछाने की तैयारी करने के लिए कहा गया है, हमारी आशा है कि सरकार जो कुछ भी कर रही है, उससे यह बढ़ गया है कि अब इंतजार करना ठीक नहीं है।
Shiv Sena Chief Uddhav Thackeray in Mumbai: Our Shivsainik's have been asked to prepare to lay the first brick for Ram Temple, our hopes have increased with all that the government is doing, it's not right to keep waiting anymore. pic.twitter.com/yeTi4yo1Wm
— ANI (@ANI) September 16, 2019
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ऐन पहले शिवसेना की ओर से राम मंदिर का मुद्दा उठाने के गहरे मायने निकाले जा रहे हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बेस्ट (BEST) भवन में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने राम मंदिर के लिए विशेष कानून लाने की मांग की है। हमें और इंतजार नहीं करना चाहिए, क्योंकि कोर्ट से इसमें विलंब हो रहा है इसलिए तत्काल विशेष कानून पास होना चाहिए।'
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'हमें बहुत गर्व है कि हमने सबसे पहले राम मंदिर के लिए पहली ईंट लाने की बात की थी, जब से बाबरी मस्जिद घटना हुई, हमने कहा था कि वहां राम मंदिर बनना चाहिए। पूरे देश में सबसे पहले बालासाहेब ठाकरे ने ज़िम्मेदारी ली थी।'
राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाये सरकार : उद्धव ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए। अभी कुछ महीने पहले उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य और शिवसेना सांसदों के साथ रामलला की पूजा अर्चना की थी। ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द करना होगा। सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना के 18 सांसद सदन में जाने के पहले रामलला का दर्शन कर नई पारी की शुरुआत करेंगे।
ठाकरे ने कहा ‘‘हमारा तो यहां बार-बार आने का दिल करता है लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि हम मतलब तथा काम निकालने के लिए यहां आते हैं। लोग कहते थे आप दोबारा अयोध्या आएंगे। इस बार मैं फिर अयोध्या आया हूं और यहां बार बार आने का दिल करता है।''
उद्धव के रामलला के दर्शन के समय कार्यकर्ता जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे । अयोध्या में शिवसेना के सांसदों ने ढोल नगाडों के बीच उद्धव का स्वागत किया । शिवसेना प्रमुख पत्नी व बेटे के साथ विशेष विमान से अयोध्या पहुंचे । हवाई पट्टी पर अयोध्या प्रशासन के साथ शिवसेना के नेताओं ने उनका स्वागत किया।
ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में साहस है। अगर सरकार फैसला करती है तो उसे कोई रोक नहीं पाएगा। केवल शिवसेना ही नहीं, पूरे विश्व का हिन्दू इस फैसले के साथ होगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर हमारे लिये आस्था का मामला है ना कि राजनीति का । ठाकरे ने कहा कि चाहे शिवसेना हो या भाजपा, हम हिन्दुत्व को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
राम मंदिर जल्द ही हकीकत होगा : संबित पात्रा
वरिष्ठ भाजपा नेता संबित पात्रा ने शनिवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जल्द ही हकीकत होगा क्योंकि यह भगवा पार्टी के मुख्य एजेंडे में से एक है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों के रद्द होने की तरह ही राम मंदिर का निर्माण भी जल्द ही एक हकीकत होगा।
राम शरद कोठारी प्रतिभा सम्मान 2019 के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा, “विश्वास और धैर्य रखिये, राम मंदिर जल्द ही हकीकत होगा। इससे पूर्व हम जब भी किसी कार्यक्रम में जाते थे तो हमसे पूछा जाता था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 कब हटेगा।
लोगों को लगता था कि यह कभी हकीकत नहीं होगा। लेकिन अब आप देख सकते हैं कि यह रद्द हो चुका है। इसलिये आश्वस्त रहिये कि भाजपा के मुख्य एजेंडे में शामिल सभी विषय हकीकत में अंजाम तक पहुंचेंगे।” राम कोठारी और शरद कोठारी 1990 के दशक में अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर कारसेवा करने के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना, समान नागरिक संहिता और राममंदिर का निर्माण भाजपा के तीन महत्वपूर्ण एजेंडे समझे जाते हैं।