हमारे चिंता जताने के बावजूद मोदी सरकार का मुद्दे को हल नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण: शिरोमणि अकाली दल
By भाषा | Published: September 19, 2020 09:35 PM2020-09-19T21:35:59+5:302020-09-19T21:35:59+5:30
शिअद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने यहां ऑनलाइन प्रेस वार्ता के दौरान कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा ने हमारे चिंता व्यक्त करने और किसान समुदाय की भावनाओं को केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने के बावजूद मुद्दों का समाधान नहीं किया।''
चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने शनिवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कृषि सुधार विधेयकों को लेकर भाजपा नेतृत्व को पार्टी की चिंताओं से अवगत कराने के बावजूद मुद्दों को सुलझाया नहीं गया। शिअद ने इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों से विधेयकों के खिलाफ अपने ''संघर्ष'' में शामिल होने की अपील भी की।
शिअद ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन दलों ने लोकसभा में विधेयकों को पारित करने को लेकर विरोध नहीं जताया। सत्तारूढ़ भाजपा की सबसे पुरानी सहयोगी पार्टियों में से एक अकाली दल तीन कृषि विधेयकों का जबरदस्त विरोध कर रही है।
हरसिमरत कौर बादल ने तीन कृषि विधेयकों के विरोध में बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। वह नरेंद्र मोदी सरकार में शिअद से एकमात्र मंत्री थीं। ये विधेयक बृहस्पतिवार को लोकसभा में पारित हुए थे।
शिअद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने यहां ऑनलाइन प्रेस वार्ता के दौरान कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा ने हमारे चिंता व्यक्त करने और किसान समुदाय की भावनाओं को केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने के बावजूद मुद्दों का समाधान नहीं किया।''
उन्होंने कहा, ''हालांकि, हम किसानों के प्रति अपने कर्तव्यों को लेकर असफल नहीं होंगे और उनके एवं पंजाब के लिए न्याय सुनिश्चित करने को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे।'' चंदूमाजरा ने इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों से 'एक सोच और एक मंच' का गठन करने की अपील की।