कांग्रेस नेता शशि थरूर बोले-इस बजट से पीएम मोदी ने ‘ना जवान, ना किसान’ का नारा दिया...
By भाषा | Published: February 10, 2021 07:11 PM2021-02-10T19:11:47+5:302021-02-10T19:14:05+5:30
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य के दौरान लोकसभा से कांग्रेस के सदस्यों के वाकआउट करने करने के बाद पार्टी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों के बारे में बात करने को तैयार नहीं है।
नई दिल्लीः कांग्रेस ने वर्ष 2021-22 के बजट को देश के लोगों को निराश करने वाले वाला बजट करार दिया और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके माध्यम से देश में ‘ना जवान, ना किसान’ का नारा दिया है।
लोकसभा में 2021-22 के बजट पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि बजट में देश के सशस्त्र बलों, मध्य वर्ग, किसानों और छोटे एवं लघु कारोबारों की अनदेखी की गई। उन्होंने दावा किया, ‘‘शास्त्री जी ने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया। लेकिन प्रधानमंत्री ने इस बजट के माध्यम से इस नारे में ‘ना जवान, ना किसान’ का योगदान दिया।’’ थरूर ने आरोप लगाया कि अर्थव्यवस्था में पहले से गिरावट थी और कोरोना संकट के बाद यह ध्वस्त हो गई। लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर कुछ दिशा नहीं दिखी। सिर्फ बयानबाजी हुई।
This tepid budget ignored the middle class in their hour of need. You've given them increase in fuel prices. The excise duty on petrol has risen by 348% since 2014. Soon banks will have to provide fuel loans: Shashi Tharoor, Congress MP https://t.co/SY7a7kTKEX
— ANI (@ANI) February 10, 2021
उन्होंने कहा कि चुनौतियों से निपटने का कोइ खाका पेश नहीं किया। पिछले सात साल में इस सरकार ने आम आदमी को निराश किया है। कांग्रेस सांसद के मुताबिक, कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 35000 करोड़ रूपये तय किया गया और पेयजल का आवंटन भी स्वास्थ्य बजट में जोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बजट सिर्फ 71000 करोड़ रुपये का है, जबकि सरकार इसे दो लाख करोड़ रुपये से अधिक का बता रही है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के लिए आवंटन कम कर दिया गया।
एमएसएमई उपक्रमों के लिए कोई सीधी वित्तीय सहायता देने का प्रावधान नहीं किया गया। थरूर ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर होना चाहिए, लेकिन इससे सरकार का मतलब यह नहीं होना चाहिए कि लोग खुद पर निर्भर हों और सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं हो। उन्होंने कहा कि इस सरकार का कर्तव्य है कि सशस्त्र बलों को पूरा धन मुहैया कराया जाए। लेकिन रक्षा बजट देखकर लगता है कि ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि यह देखकर लगता है कि यह सरकार सिर्फ राष्ट्रवाद की खोखली बातें करती है, लेकिन कुछ करती नहीं है।
"State took initiative to amend state APMC Act in '05, providing for direct marketing, contract farming, pvt market, consumer farmer markets & notified rules in '07 to implement amended provision. 24 pvt markets have come up in state" - It was said by then Agri Min S Pawar: PM pic.twitter.com/qSd0e1TVrx
— ANI (@ANI) February 10, 2021
उन्होंने यह भी कहा कि सभी के लिए एक शर्म का विषय है कि सरकार सशस्त्र बलों को पर्याप्त धन मुहैया नहीं कराया जबकि वे दो मोर्चों पर चुनौतियों का मुकाबला कर रहे हैं। थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के आवंटन में 13 फीसदी की कमी गई। इस योजना के तहत दी जाने वाली राशि में कोई बढ़ोतरी की गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘सूटबूट वालों’ को सरकार का पैसा मिल रहा है, लेकिन हकदार किसानों का पैसा नहीं मिल पा रहा है। कांग्रेस सांसद ने यह दावा भी किया कि बजट में मध्य वर्ग को कर की राहत नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि नौजवानों के लिए रोजगार सृजन और कौशल विकास के लिए बजट का आवंटन नहीं किया गया।