'संजय राउत को कोविड-19 मरीजों के बारे में चिंता करनी चाहिए', फड़णवीस का पलटवार
By भाषा | Published: July 5, 2020 07:50 PM2020-07-05T19:50:28+5:302020-07-05T19:50:28+5:30
देवेंद्र राउत ने राज्यपाल कोटा से 12 विधानपरिषद सदस्यों की नियुक्ति के मुद्दे पर रविवार को भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें मनोनीत किये जाने में विलंब, संविधान का उल्लंघन होगा और यह स्वतंत्रता का दमन होगा।
ठाणे: महाराष्ट्र विधानपरिषद के 12 सदस्यों की नियुक्ति के लिये भाजपा की आलोचना करने को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा है कि उन्हें इस मुद्दे पर सोचने के बजाय राज्य में कोविड-19 मरीजों के बारे में चिंता करनी चाहिए। स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिये उल्हासनगर के दौरे पर गये फड़णवीस ने संवाददाताओं के सवाल के जवाब में यह कहा।
फड़णवीस ने कहा, ‘‘राउत को 12 विधानपरिषद सदस्यों की नियुक्ति के बारे में परेशान नहीं होना चाहिए। बल्कि उन्हें कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के बारे में चिंता करनी चाहिए।’’ शिवसेना राज्य में राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार चला रही है। देश में अब तक सर्वाधिक संख्या में कोविड-19 के मामले महाराष्ट्र में हैं।
उल्लेखनीय है कि राउत ने राज्यपाल कोटा से 12 विधानपरिषद सदस्यों की नियुक्ति के मुद्दे पर रविवार को भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें मनोनीत किये जाने में विलंब, संविधान का उल्लंघन होगा और यह स्वतंत्रता का दमन होगा। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘‘रोकटोक’’ में राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद राजनीतिक गतिविधियां बंद नहीं हुई हैं, चाहे यह चीन के साथ सीमा पर गतिरोध का विषय हो या फिर कोरोना वायरस स्थिति से निपटने का मुद्दा हो।
राउत ने कहा कि ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्यपाल कोटा से विधान परिषद के 12 सदस्यों की नियुक्ति स्थगित कर दी जा सकती है और नयी सरकार (शिवसेना नीत महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को अपदस्थ करने के बाद) अक्टूबर के बाद अपनी ओर से ये नियुक्तियां करेगी। राउत ने आरेाप लगाया कि विपक्षी पार्टी (भाजपा) नहीं चाहती है कि शिवसेना नीत गठबंधन के सदस्य विधानमंडल के उच्च सदन में राज्यपाल कोटा के तहत 12 सीटों पर मनोनीत किये जाएं।
उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे नीत सरकार द्वारा विधान परिषद में मनोनीत किये जाने के लिये 12 नामों की सिफारिश की जानी बाकी है। राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 सदस्यों का कार्यकाल पिछले महीने समाप्त हो गया।