सचिन पायलट को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाया गया, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा की भी छुट्टी
By विनीत कुमार | Published: July 14, 2020 01:46 PM2020-07-14T13:46:28+5:302020-07-14T13:49:38+5:30
बागी तेवर अपना चुके सचिन पायलट को राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया है। साथ ही उन्हें राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटाया गया है।
राजस्थान में जारी सियासी ड्रामे के बीच सचिन पायलट को राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया है। इसकी घोषणा कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने की है। साथ ही सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटाया गया है। रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि गोविंद सिंह डोटासरा को पायलट की जगह पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की लगातार आज दूसरी बैठक में सचिन पायलय शामिल नहीं हुए। इसके बाद ये कार्रवाई की गई है। इसके अलावा बागी हुए विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा को भी मंत्री पदों से हटाया गया है। राजस्थान कैबिनेट में विश्वेंद्र सिंह पयर्टन मंत्री और रमेश मीणा खाद्य आपूर्ति मंत्री के पद पर थे।
सुरजेवाला ने पायलट से पद छीनने की घोषणा करते हुए कहा कि छोटी उम्र में पार्टी ने उन्हें जो राजनीतिक ताकत दी, वह किसी और को नहीं दी गई। सुरजेवाला ने साथ ही कहा, 'सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ मंत्री और विधायक साथी भाजपा के षडयंत्र में उलझकर कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए। पिछले 72 घंटे में सोनिया गांधी समेत राहुल गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व ने कई बार सचिन पायलट से संपर्क करने की कोशिश की।'
इस कदम के कयास पहले से लगाए जा रहे थे। दरअसल सोमवार से ही कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि पार्टी के नेतृत्व की ओर से कई बार सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें हो चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मौजूद 102 MLA ने निर्विरोध तौर पर सचिन पायलट को पार्टी से बाहर निकालने की मांग की है।
सचिन पायलट बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रहे हैं: रणदीप सुरजेवाला#Sachin_pilot#RajasthanPoliticalCrisis#Congresspic.twitter.com/Jik2vJaiNa
— लोकमत हिन्दी (@LokmatNewsHindi) July 14, 2020
सचिन पायलट नहीं मान रहे
राजस्थान में पिछले हफ्ते सचिन पायलट के बगावती तेवर से एक समय ऐसा लगने लगा था कि अशोक गहलोत की सरकार को खतरा हो सकता है। पायलट ने 30 विधायकों के अपने साथ होने का दावा किया है। इस बीच कांग्रेस लगातार कहती रही है कि उनकी ओर से सचिन पायलट को मनाने की कोशिश की गई हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं और सचिन पायलट अपनी समस्या रख सकते हैं। सोमवार को ये भी खबरें आई कि प्रियंका गांधी सहित राहुल गांधी ने भी सचिन पायलट से संपर्क किया था। पायलट को उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया था। इसके अलावा अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया था।