BJP के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में सचिन पायलट, 19 विधायकों के समर्थन का दावा
By अनुराग आनंद | Published: July 12, 2020 05:00 PM2020-07-12T17:00:31+5:302020-07-12T17:00:31+5:30
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपने साथ 19 विधायकों के समर्थन होने का दावा ठोका है। इनमें कांग्रेस के 16 और 3 विधायक निर्दलीय हैं।
जयपुर: राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की कुर्सी खतरे में है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस आलाकमान से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। एनडीटीवी की मानें तो सचिन पायलट इस समय भाजपा के कई बड़े नेताओं के संपर्क में भी हैं।
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि सचिन पायलट ने अपने साथ 19 विधायकों के समर्थन का दावा ठोका है। इनमें कांग्रेस के 16 और 3 विधायक निर्दलीय हैं। वहीं, मिल रही जानकारी के मुताबिक, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सचिन पायलट को पहले साफ तौर पर प्रदेश में सरकार गिराने के लिए कहा है।
भाजपा ने सीएम की कुर्सी को लेकर भी सचिन पायलट को आश्वासन नहीं दिया है। ऐसे में संभावना है कि सचिन पायलट अपनी नई पार्टी बना सकते हैं। सचिन पायलट ने कुछ जगहों पर इस बात का जिक्र भी किया है कि वह नई पार्टी बना सकते हैं।
एसओजी द्वारा सवाल पूछे जाने को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने दी सफाई-
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एसओजी द्वारा विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले में एसओजी द्वारा डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत कई नेताओं से पूछताछ को लेकर बयान दिया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि एसओजी को जो कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी नेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की शिकायत की थी, उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, चीफ व्हिप एवम अन्य कुछ मंत्री व विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। कुछ मीडिया द्वारा उसको अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है।
इसके साथ ही अशोक गहलोत ने पार्टी के सभी विधयकों की आज रात जयपुर में बैठक बुलाई है।
राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट को एटीएस व एसओजी ने नोटिस भेजा है-
राजस्थान में सियासी संकट (Rajasthan Political Crisis) लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) कांग्रेस छोड़ने वाले हैं। अटकलों की चर्चा उस वक्त ज्यादा होने लगी जब राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में सचिन पायलट को ही एटीएस और एसओजी की ओर से पूछताछ का नोटिस भेज दिया गया।
हालांकि इस मामले पर फिलहाल सचिन पायलट ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सचिन पायलट अपनी सरकार के इस कदम से काफी नाराज हो गए हैं। खबर यह भी है कि सचिन पायलट अपने विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच चुके हैं। वह पार्टी आलाकमान के साथ बैठक कर सकते हैं।
राजस्थान (Rajasthan) में जारी सियासी उठापटक पर राजस्थान BJP सांसद ने जानें क्या कहा?
मीडिया से बात करते हुए राजस्थान से बीजेपी सांसद ओम माथुर ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही सत्ताधारी पार्टी में कलह हो रही थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या सचिन पायलट अपना पाला पलट लेंगे तो उन्होंने कहा, जिसने (सचिन पायलट) पांच साल मेहनत की उसे मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया, जो दिल्ली में थे (अशोक गहलोत) उन्हें सीएम बना दिया गया। उसी वक्त साफ हो गया था कि मेहनत किसी और ने की और फल कोई खा ले गया। कांग्रेस की अंतर्कलह पहले दिन से ही शुरू हो गई थी।
बीजेपी सांसद ओम माथुर ने सीएम अशोक गहलोत को बीजेपी पर आरोप लगाने से पहले अपने घर में झांकना चाहिए की आखिर वहां क्या हो रहा है। वह बिना वजह बीजेपी पर आरोप लगाते रहते हैं। इस वक्त उन्हें बीजेपी पर दोष मढ़ने से अच्छा है, अपनी पार्टी की अंतर्कलह पर फोकस करें।