सचिन पायलट ने राजस्थान के विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को जन्मदिन पर दी बधाई, जानें ट्वीट कर क्या कहा
By अनुराग आनंद | Published: July 29, 2020 02:05 PM2020-07-29T14:05:54+5:302020-07-29T14:05:54+5:30
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक बार फिर राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के अशोक गहलोत सरकार के अनुरोध को ठुकरा दिया है।
नई दिल्ली:राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने ट्वीट कर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दी है। सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।''
बता दें कि एक तरफ तो सचिन पायलट विधानसा स्पीकर सीपी जोशी के आदेश के खिलाफ कोर्ट पहुंच गए हैं। हाई कोर्ट ने सचिन पायलट सनेत सभी बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त करने के स्पीकर सीपी जोशी के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है। वहीं, दूसरी तरफ पायलट ने जन्मदिन की शुभकामनाएं व बधाई देकर नैतिक तौर पर आधुनिक राजनीति में एक बेहतर संकेत दिया है।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष @drcpjoshi जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 29, 2020
मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करता हूँ।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक बार फिर विधानसभा सत्र बुलाने के अनुरोध को ठुकरा दिया-
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने एक बार फिर राजस्थान में विधानसभा सत्र बुलाने के अशोक गहलोत सरकार के अनुरोध को ठुकरा दिया है। ये तीसरी बार है जब गवर्नर ने सरकार की विधानसभा सत्र बुलाने की अर्जी ठुकराई है। अशोक गहलोत सरकार ने 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने की मांग रखी थी। इससे पहले अशोक गहलोत एक बार फिर आज गवर्नर से जाकर मिले।
चौथी बार सीएम अशोक गहलोत राज्यपाल से मिले-
कांग्रेस में सचिन पायलट गुट के बगावत के बाद गहलोत चौथी बार राज्यपाल से मिले हैं। मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र के लिए 21 दिन का नोटिस देने की बात करते हुए सरकार की फाइल लौटाई है। गहलोत सरकार ने मंगलवार को तीसरी बार राज्यपाल के सामने विधानसभा सत्र बुलाने को कहा था।
बता दें कि राजस्थान सरकार की ओर जो संशोधित प्रस्ताव मंगलवार को राज्यपाल कलराज मिश्र को भेजा गया था उसमें सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र में विश्वास मत हासिल करने को लेकर कोई उल्लेख नहीं था। इससे पहले भी राज्यपाल ने गहलोत सरकार के पहले प्रस्ताव को तीन बिंदुओं पर वापस कर दिया था। इसमें विधानसभा के सत्र के लिए 21 दिन पहले नोटिस जारी करना और सत्र के लिए कोरोना वायरस प्लान बताना शामिल था।
अशोक गहलोत ने कहा- 21 दिन या 31 दिन, कुछ भी हो हमारी जीत होगी-
आज राज्यपाल से मिलने के लिए जाने से पहले कांग्रेस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि वे कार्यक्रम के बाद राजभवन जाएंगे, क्योंकि विधानसभा सत्र बुलाने की फाइल राजभवन से आई है। गहलोत के अनुसार 'वे राज्यपाल महोदय से जानना चाहेंगे कि वे चाहते क्या हैं...21 दिन या 31 दिन, कुछ भी हो हमारी जीत होगी।'
इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य में कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इस बार स्वतंत्रता दिवस पर होने वाला 'एट होम' कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया। साथ ही राज्यपाल ने राज्य में कोरोना वायरस की भयावह स्थिति पर गहरी चिंता प्रकट की है। पारंपरिक 'एट होम' कार्यक्रम हर साल स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त की शाम को राजभवन में होता है।