ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा पहुंचे तेजस्वी यादव, सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Published: February 22, 2021 07:57 PM2021-02-22T19:57:36+5:302021-02-22T20:00:18+5:30
तेजस्वी यादव के ट्रैक्टर को विधानमंडल परिसर में अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। वहां तैनात मजिस्ट्रेट ने तेजस्वी के ट्रैक्टर को रोक दिया।
पटना,22 फरवरी। बिहार विधानमंडल में आज विपक्ष ने बढती महंगाई, जहरीली नारेबाजी एवं बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक मामले में जमकर हंगामा किया। वहीं, किसान आंदोलन के समर्थन और महंगाई के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और ट्रैक्टर से मार्च करते हुए विधानसभा पहुंचे। लेकिन तेजस्वी के ट्रैक्टर को विधानसभा परिसर में अंदर ले जाने की इजाजत नहीं दी। विधानसभा सीट पर सुरक्षाकर्मियों ने ट्रैक्टर को रोक दिया।
ट्रैक्टर वापस जाने के बाद तेजस्वी अपनी गाडी में बैठकर विधानसभा गेट से अंदर सदन तक पहुंचे। हालांकि तेजस्वी यादव का ट्रैक्टर रोके जाने के दौरान राजद के नेताओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। काफी देर तक चली इस नोंक-झोंक के बाद तेजस्वी ट्रैक्टर से उतरकर अपनी गाडी से विधानसभा गेट से अंदर पहुंचे। इसके बाद तेजस्वी ने राज्य के मुख्यमंत्री के ऊपर हमला बोलते हुए बिहार मैट्रिक परीक्षा के दौरान सोशल मीडिया में वायरल हो रहे प्रश्नपत्र को लेकर नीतीश कुमार को अज्ञानी बताया।
नीतीश कुमार पर जमकर बरसे तेजस्वी यादव
विधानसभा के बाहर मीडियाकर्मियों से बातचीत दौरान तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को व्हाट्सएप के एबीसीडी के बारे में भी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा की व्यवस्था है कि शिक्षा मंत्री को ज्ञात ही नहीं हो पाता है कि पेपर लीक हो गया है। सबसे बडा सवाल है कि आखिर परीक्षा से पहले पेपर कैसे लीक हो जाता है? कभी सरकार यह जानने की कोशिश नहीं करती कि आखिरकार ये कैसे हो रहा है?
पेपर लीक मामले में जांच की मांग
उन्होंने कहा कि हमने सरकार के लोगों को और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ज्ञात करवाया है कि सारे पेपर का कोड होता है तो इसकी जांच होनी चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि सिर्फ प्रश्नपत्र पेपर इन लीक नहीं होता बल्कि पूरे आंसर भी लिखो जाते हैं। पढने लिखने वाले बच्चों के साथ अन्याय हो रहा है, जो बच्चे तेज हैं, उनके साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पत्रकारों पर केस कर रहे हैं।
पत्रकारों के काम में डाला जा रहा है बाधा
सरकार को यह जानना चाहिए कि अगर आपके मोबाइल पर मैसेज आया तब तो किसी ने शेयर किया। हमारे पास भी जानकारी आती है, हम भी शेयर करते हैं। ऐसे में जब तक शिक्षा मंत्री का इस्तीफा नहीं लेते मुख्यमंत्री तब तक किसी को सबक नहीं मिलेगा। यूं ही पेपर लीक होते रहेंगे। भ्रष्टाचार होते रहेगा। पेपर लीक हुआ उसकी जांच नहीं हुई। लेकिन पत्रकारों के काम में बाधा डाला जा रहा है।
महंगाई और शिक्षकों की मांग को लेकर हंगामा
उधर, राजद-कांग्रेस ने संयुक्त रूप से आधे घंटे तक महंगाई और शिक्षकों की मांग को लेकर हंगामा किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि महंगाई से लोग परेशान है। पेट्रोल-डीजल का दाम दिन प्रतिदिन बढ रहा है। शिक्षकों की मांग को सरकार दरकिनार कर देती है। शिक्षकों के किसी मांगा को सरकार नहीं सुनती है। ऐसे में शिक्षक प्रदर्शन करते हैं तो उनपर भी लाठियां बरसाइ जाती है।
सरकार के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी
वहीं, राजद नेता सुबोध राय ने बिहार बोर्ड परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक मामले में बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर को बर्खास्त करने की मांग की है। विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले विपक्षी विधायकों के द्वारा जमकर प्रदर्शन किया गया। भाकपा- माले के विधायकों ने भी विधानसभा परिसर में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। माले विधायक हाथ में पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे थे। माले विधायकों ने शराबबंदी के मामले में सरकार को पूरी तरह से फेल बताकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। माले विधायक ने कहा कि प्रशासन शराब माफियाओं से मिली हुई है। प्रदेश में जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे है। वहीं, राज्य में डीजल-पेट्रोल के दाम दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है।