पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन पर शशि थरूर ने किया ट्वीट, कहा- मेक इन इंडिया अब बन गया है आत्मनिर्भर भारत, नए नाम से वहीं पुराना शेर बेच गए
By सुमित राय | Published: May 13, 2020 03:47 PM2020-05-13T15:47:48+5:302020-05-13T15:47:48+5:30
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शाशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि मेक इन इंडिया अब आत्मनिर्भर भारत बन गया है, क्या इसके अलावा कुछ और भी था। बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत मिशन की बात की थी।
शशि थरूर ने अपने ट्वीट करते हुए लिखा, "नए नाम से वही पुराना शेर बेच गए और सपनों के वो फिर से ढेरों ढेर बेच गए। मेक इन इंडिया अब आत्मनिर्भर भारत है, क्या इसके अलावा कुछ और भी था।"
नए नाम से वही पुराना शेर बेच गए
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 13, 2020
सपनों के वो फिर से ढ़ेरों ढ़ेर बेच गए...#MakeInIndia is now आत्मनिर्भर भारत, कुछ और भी नया था क्या? pic.twitter.com/2yQhaaJyNF
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था और आत्मनिर्भर भारत अभियान पर जोर दिया था।
पीएम मोदी ने कहा, "कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।"
उन्होंने कहा था, "अब रिफॉर्म के उस दायरे को व्यापक करना है, नई ऊंचाई देनी है। आत्मनिर्भरता, आत्मबल और आत्मविश्वास से ही संभव है। आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है। ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है। आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए ‘वोकल’ बनना है, न सिर्फ लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं, बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता है।"