जम्मू-कश्मीर: PDP के बागी विधायक ने BJP से मिलाया हाथ, जल्द बनेगी नई सरकार ये होंगे नए मुख्यमंत्री
By भारती द्विवेदी | Published: July 15, 2018 01:43 PM2018-07-15T13:43:05+5:302018-07-15T16:05:41+5:30
बीजेपी के महासचिव राम माधव ने भी उनके इस बयान की आलोचन करते हुए कहा है कि वो आतंक के नाम पर हमें धमका रही हैं। हम किसी के पार्टी तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 15 जुलाई: जम्मू-कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के गठबंधन को टूटे लगभग एक महीने होने जा रहे हैं। राज्य में 6 महीने का राज्यपाल शासन लग चुका है लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल लगातार जारी है। रोजाना सरकार बनाने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि पूर्ण बहुमत किसी भी एक पार्टी के पास नहीं है तो दूसरी पार्टियों को तोड़ने की कोशिश भी की जा रही है। घाटी से लगातार ये खबर आ रही है कि पीडीपी के कुछ विधायक पार्टी बगावत पर उतर आए हैं और वो बीजेपी के साथ हाथ मिलाने जा रहे हैं। लेकिन इसी बीच एक बागी विधायक ने बड़ा दावा किया है।
महबूबा मुफ्ती के बयान पर BJP नेता का पलटवार, कहा- वो एक सलाहुद्दीन बनाएंगे, हम 10 भगत सिंह भेजेंगे
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीडीपी के विधायक अब्दुल मजीद पाडर ने दावा किया है कि घाटी में जल्द ही सरकार बनने जा रही है। पीडीपी के बागी विधायकों और निर्दलीय विधायकों के संपर्क में बीजेपी लगातार बनी हुई हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि नई सरकार में सज्जाद गनी लोन जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री होंगे।
अपनी पार्टी में हो रही फूट पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को चेताया है। 13 जुलाई को उन्होंने एक बयान देते हुए कहा था- 'अगर केंद्र सरकार ने अगर 1987 की तरह यहां की जनता की वोट पर डाका डाला और अगर इसमें किसी भी तरह की तोड़-फोड़ की कोशिश की, तो इससे घाटी में सलाहुद्दीन और यासिन मलिक पैदा होंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर दिल्लीवालों ने पीडीपी को तोड़ने का प्रयास किया इसका नतीजा बहुत ज्यादा खतरनाक होगा।'
महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर बीजेपी ने भी जोरदार पलटवार करते हुए कहा- 'अगर वो एक सलाहुद्दीन बनाएंगी तो हम कश्मीर में 10 भगत सिंह भेजेंगे।' अब घाटी के प्रभारी और बीजेपी के महासचिव राम माधव ने भी उनके इस बयान की आलोचन करते हुए कहा है कि वो आतंक के नाम पर हमें धमका रही हैं। हम किसी के पार्टी तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे हैं।
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कौन हैं सज्जाद गनी लोन
सज्जाद गनी लोन घाटी के बड़े कश्मीरी अलगाववादी नेता अब्दुल घाणी लोन के बेटे हैं। अब्दुल घाणी को साल 2002 में श्रीनगर में एक रैली के दौरान गोली मार हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद सज्जाद राजनीति में आएं। पिता की मौत के बाद सज्जाद हुर्रियत से अलग होकर 'पीपल्स कॉफ्रेंस' नाम से अपनी एक नई पार्टी बनाई। साल 2009 में पहली बार चुनाव लड़े लेकिन उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉफ्रेंस के उम्मीदवार से हारे। साल 2014 मे इनकी पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ने उतरे उम्मीदवार भी चुनाव हारे। लेकिन उसी साल जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए और सज्जाद विधानसभा चुनाव जीतें। फिलहाल वो हंदवाड़ा से विधायक हैं। घाटी में इस वक्त उनके दो विधायक हैं। बीजेपी सज्जाद को मुख्यमंत्री का चेहरा बना बाकी पार्टियों में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है।
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जम्मू कश्मीर में सीटें का आंकड़ा आपको समझा दें:
जम्मू-कश्मीर में कुल 89 विधान सभा सीटें हैं। राज्य में कुल 87 सीटों के लिए चुनाव होते हैं। दो सीटें मनोनीत सदस्यों के लिए आरक्षित है। अभी विधान सभा में महबूबा मुफ्ती की पीडीपी के पास 28 विधायक हैं। बीजेपी के पास 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 15, कांग्रेस के पास 12 और जेके पीपल्स कांफ्रेंस के पास दो, सीपीआई (एम) और जेके पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के पास एक-एक सीटें हैं। तीन सीटें निर्दलियों के पास हैं। राज्य में बहुमत के लिए कुल 45 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है।
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