शिवसेना को कांग्रेस से गठबंधन तोड़ देना चाहिए क्योंकि सावरकर को राहुल गांधी देशभक्त नहीं मानते: आठवले
By एएनआई | Published: December 16, 2019 03:18 PM2019-12-16T15:18:43+5:302019-12-16T15:18:43+5:30
रामदास आठवले ने शिवसेना नेतृत्व उध्दव ठाकरे से अनुरोध किया कि उन्हें बीजेपी और आरपीआई के साथ आकर महाराष्ट्र में सरकार बनानी चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शिवसेना को सुझाव दिया कि उसे महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधंन तोड़ देना चाहिए क्योंकि राहुल गांधी वीर सावरकर को 'देशभक्त' नहीं मानते हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक आठावले ने कहा, 'राहुल गांधी ने जिस प्रकार सावरकर पर टिप्पणी की उससे शिवसेना और कांग्रेस के बीच में फूट पड़ गई है। शिवसेना सावरकर को देशभक्त मानती है लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी सावरकर के बारे में ऐसा मानने को तैयार नहीं हैं।'
आठवले ने आगे कहा, 'राहुल ने एक बयान में कहा कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है बल्कि राहुल गांधी है। उनके इस बयान के बाद मुझें कांग्रेस और शिवसेना के बीच के संबंधों पर संदेह है। मुझे ऐसा लगता है कि यह सरकार आगे तक नहीं जाएगी और जल्द ही गिर जाएगी।'
आठवले ने साथ ही शिवसेना नेतृत्व उध्दव ठाकरे से भी अनुरोध किया कि उन्हें बीजेपी और आरपीआई के साथ आकर महाराष्ट्र में सरकार बनानी चाहिए।
आरपीआई नेता कहा, 'अगर कांग्रेस पार्टी सावरकर को देशभक्त नहीं मानती है तो वो क्यों शिवसेना का समर्थन कर रही है? कांग्रेस को तुरंत इस बारे में सोचना चाहिए। मैं शिवसेना को यह भी कहना चाहूंगा कि उनको राहुल गांधी की इस टिप्पणी के कारण कांग्रेस पार्टी को समर्थन नहीं देना चाहिए। मैं शिनसेना से अनुरोध करता हूं कि उन्हें बीजेपी और आरपीआई के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए वापस आना चाहिए और शिवसेना और बीजेपी को महाराष्ट्र में गठबंधित होना चाहिए।'
इससे पहले शिवसेना ने कांग्रेस को सख्त संदेश देते हुए कहा कि हिन्दू विचारक के बारे में की गई टिप्पणी पर समझौता नही किया जाएगा, जिन्हें वह 'भगवान की तरह' मानती है।
राहुल गांधी का सवारवर को लेकर दिए गए बयान के कुछ ही घंटे बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि आजादी के आंदोलन में हिन्दू विचारधारा के लोगों ने भी बहुत बड़ा योगदान दिया है जिस तरह से जवारहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी ने दिया था।
राउत ने आगे कहा, 'भगवान की तरह माने जाने वाले हर किसी का सम्मान किया जाना चाहिए और इसकी कोई बराबरी नहीं है।'