राज्यसभा से निलंबन के फैसले के खिलाफ सांसदों ने किया रतजगा, तो सुबह चाय लेकर मिलने पहुंचे हरिवंश
By अनुराग आनंद | Published: September 22, 2020 08:05 AM2020-09-22T08:05:09+5:302020-09-22T08:14:09+5:30
राज्यसभा चेयरमैन एम वेंकैया नायडू द्वारा सस्पेंड किए गए सभी 8 सांसद सदन के परिसर में बने गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए। चेयरमैन के इस फैसले के खिलाफ सांसदों ने रतजगा कर विरोध जताया।
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा राज्यसभा में कृषि संबंधी विधेयक पास किए जाने के दौरान विपक्ष के नेताओं द्वारा किए गए हंगामा को देखते हुए सदन के चेयरमैन एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को 8 सांसदों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें एक सप्ताह के लिए सदन से सस्पेंड कर दिया।
इसके बाद संसद परिसर में बने गांधी प्रतिमा के पास सभी 8 सांसद धरने पर बैठ गए। चेयरमैन के इस फैसले के खिलाफ सांसदों ने रतजगा कर विरोध जताया।
मिल रही जानकारी के मुताबिक, सुबह राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश खुद धरने पर बैठे सांसदों से मिलने चाय लेकर पहुंच गए। जैसा कि तस्वीर में देखा जा सकता है कि हरिवंश चाय खुद सबों के लिए कप में निकाल रहे हैं।
Delhi: Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh meets the eight suspended Rajya Sabha MPs who are protesting at Gandhi statue against their suspension from the House. pic.twitter.com/PBBBocTtDv
— ANI (@ANI) September 22, 2020
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन समेत इन सांसदों को किया गया है निलंबित-
बता दें कि राज्यसभा में रविवार को कृषि संबंधी दो विधेयकों पर चर्चा के दौरान उप-सभापति हरिवंश के सामने रूल बुक फाड़ने वाले टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन समेत सदन में हंगामा करने वाले 8 सांसदों को एक सप्ताह के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में सदन के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कार्रवाई की है।
जिन 8 सांसदों पर कार्रवाई की गई है उन सांसदों में TMC के डेरेक ओ ब्रायन, AAP के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव साटव, CPI (M) के केके रागेश, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन, कांग्रेस के रिपुन बोरा, TMC की डोला सेन और CPI (M) के एलमाराम करीम शामिल हैं।
सभी 8 सांसद कार्रवाई किए जाने के बाद संसद परिसर में बने गांधी प्रतिमा के पास डिप्टी चेयरमैन के रवैये व चेयरमैन के फैसले के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
उपसभापति के खिलाफ विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव को सभापति ने किया था खारिज-
इसके साथ ही ये भी बता दें कि सदन में हंगामे के बीच कृषि संबंधी बिल के पास कराने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार के 6 मंत्रियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर जहां विपक्ष पर राजनीतिक इतिहास में पहली बार बेहद गलत तरह से संसदीय मार्यादा को तोड़ने का आरोप लगाया था। वहीं, करीब 12 विपक्षी दलों ने मिलकर सदन के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का काम किया था।
सोमवार सुबह राज्यसभा की कार्रवाई को शुरू करते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यह प्रस्ताव उचित प्रारूप में नहीं था।