2021 में, तमिलनाडु के लोग शत प्रतिशत बड़ा करिश्मा करेंगे और राजनीति में सबको चौंका दें: रजनीकांत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 21, 2019 04:30 PM2019-11-21T16:30:10+5:302019-11-21T17:20:20+5:30
रजनीकांत और कमल हासन ने फिल्मी पर्दे पर कई किरदार निभाए हैं लेकिन अब ऐसा लगता है कि तमिल सिनेमा के ये दो दिग्गज अभिनेता राज्य की भलाई के लिए हाथ मिलाएंगे।
तमिल सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने कहा कि तमिलनाडु की जनता राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव में अपना ‘‘करिश्मा’’ दिखायेगी। रजनीकांत और कमल हासन ने फिल्मी पर्दे पर कई किरदार निभाए हैं लेकिन अब ऐसा लगता है कि तमिल सिनेमा के ये दो दिग्गज अभिनेता राज्य की भलाई के लिए हाथ मिलाएंगे।
सुपरस्टार रजनीकांत ने गुरुवार को कहा कि तमिलनाडु के लोग 2021 विधानसभा चुनाव में अपना करिश्मा दिखाएंगे और सबको आर्श्चयचकित कर देंगे। रजनीकांत ने हाल ही में राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के संस्थापक एवं उनके समकालीन कमल हासन का हाथ थामने की इच्छा जाहिर की थी।
अभिनेता ने यहां पत्रकारों से कहा कि गठबंधन से जुड़ी बातों और मुख्यमंत्री कौन बनेगा इस संबंध में निर्णय चुनाव के दौरान ही लिया जाएगा। उन्होंने निर्धारित चुनाव और उनमें मुख्य भूमिका अदा करने का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा, ‘‘ 2021 में, तमिलनाडु के लोग शत प्रतिशत बड़ा करिश्मा करेंगे और राजनीति में सबको चौंका देंगे।’’
Rajinikanth: People of Tamil Nadu will ensure huge miracle in 2021 assembly elections. pic.twitter.com/TR3N6tjMmX
— ANI (@ANI) November 21, 2019
उनके बयानों के बाद तमिलनाडु में नये राजनीतिक गठबंधन को लेकर कयास लगने लगे हैं। हासन ने सुपरस्टार रजनीकांत की उन टिप्पणियों का मंगलवार को समर्थन किया, जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के शीर्ष पद पर आने पर हैरानी जताई गई। हासन ने कहा कि यह ‘‘आलोचना नहीं है बल्कि सच्चाई है।’’
हासन ने यह भी कहा कि वह तमिलनाडु की भलाई के लिए रजनीकांत के साथ हाथ मिला सकते हैं रजनीकांत ने भी ऐसे ही विचार रखे। रजनीकांत ने कहा, ‘‘अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है जहां मुझे और कमल को तमिलनाडु के लोगों की भलाई के लिए हाथ मिलाना पड़ेगा तो हम निश्चित तौर पर साथ आएंगे।’’ साल 2021 में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा करने वाले रजनीकांत पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी पर रजनीकांत की टिप्पणियों का समर्थन करते हुए हासन ने कहा कि वह तमिलनाडु की भलाई के लिए रजनीकांत के साथ चलेंगे। बहरहाल, हासन ने दोनों के राजनीतिक रूप से साथ आने के संकेत नहीं दिए। रजनीकांत ने रविवार को कहा था कि पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री बनने के बारे में ‘‘सपने में भी नहीं सोचा होगा’’ और उन्होंने अन्नाद्रमुक के नेता के मुख्यमंत्री बनने पर ‘‘आश्चर्य जताया और इसे चमत्कार’’ बताया। उनके इस बयान पर सत्तारूढ़ पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी है।
ये टिप्पणियां यहां उस कार्यक्रम में की गई जो सिनेमा इंडस्ट्री में हासन के 60 साल पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित किया गया था। हासन ने रजनीकांत के बयान के बारे में पूछे जाने पर मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘यह आलोचना नहीं है बल्कि सच्चाई है।’’ सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हएु कहा कि पलानीस्वामी तुक्के से मुख्यमंत्री नहीं बने हैं बल्कि अपनी कड़ी मेहनत से यहां तक पहुंचे हैं। मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) संस्थापक हासन ने रजनीकांत के बारे में कहा, ‘‘हमारे लिए हाथ मिलाने जैसा कुछ नया नहीं है क्योंकि हम पिछले 44 वर्षों से एक रहे हैं।’’
अन्नाद्रमुक ने कमल हासन, रजनीकांत पर फिर किया कटाक्ष
चेन्नई, 21 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर अभिनेता रजनीकांत और कमल हासन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी अलग-अलग विचारधारा को देखते हुए यह ‘बिल्ली और चूहे के एक साथ रहने की तरह होगा।’ अन्नाद्रमुक के मुखपत्र ‘नमातु अम्मा’ में एक आलेख में कहा गया कि रजनीकांत ने घोषणा की थी कि वह आध्यात्मिक राजनीति को आगे बढ़ाएंगे, जबकि हासन वाम समर्थक रूख के लिए जाने जाते हैं।
हासन और रजनीकांत ने मंगलवार को राज्य के कल्याण के लिए साथ मिलकर काम करने का संकेत दिया, जिससे राजनीतिक तालमेल की अटकलें लगने लगी हैं। सबसे पहले, हासन ने सुपरस्टार रजनीकांत की उन टिप्पणियों का मंगलवार को समर्थन किया, जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के शीर्ष पद पर आने पर हैरानी जताई गई। हासन ने कहा कि यह ‘आलोचना नहीं है बल्कि सच्चाई है।’ हासन ने यह भी कहा कि वह तमिलनाडु के कल्याण के लिए रजनीकांत के साथ हाथ मिलाएंगे। रजनीकांत ने भी इसी तरह के विचार जताए।
अन्नाद्रमुक के कई नेताओं ने साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताने के लिए उनकी आलोचना की। मत्स्य मामलों के मंत्री डी जयकुमार ने इसे ‘मृग मरीचिका’ और ‘भ्रम’ बताया । मुखपत्र में बृहस्पतिवार के आलेख में खासकर हासन को निशाना बनाते हुए कहा गया कि फिल्म जगत में प्रतिद्वंद्विता में वह रजनीकांत से हार गए और उन्हें डर लगता है कि राजनीति में भी ऐसा होगा।
आलेख में कहा गया, ‘‘आध्यात्मिक राजनीति करने का इरादा रखने वाले रजनीकांत तर्कवाद और साम्यवाद की बातें करने वाले कमल हासन से हाथ मिला रहे हैं। यह ऐसा ही होगा कि बिल्ली और चूहा एक साथ रहे। ’’ इसमें कहा गया, ‘‘समय आने पर रजनीकांत को सीख मिल जाएगी कि हासन के साथ संभावित भागीदारी सार्थक नहीं होने वाली।’’