राजस्थान: राज्यपाल कलराज मिश्र ने फिर दिया अशोक गहलोत सरकार को झटका, विधानसभा सत्र बुलाने से जुड़ी फाइल लौटाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 27, 2020 10:12 AM2020-07-27T10:12:54+5:302020-07-27T10:25:34+5:30
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार ने विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की अर्जी राज्यपाल को शनिवार रात को सौंपी थी। हालांकि, राज्यपाल ने कुछ और जानकारी मांगते हुए इसे राज्य सरकार को वापस लौटा दिया है।
राजस्थान में कांग्रेस के बीच जारी घमासान के साथ-साथ अशोक गहलोत सरकार और राजभवन में भी टकराव खुलकर नजर आने लगा है। मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने अशोक गहलोत सरकार की विधानसभा सत्र बुलाने से जुड़ी फाइल को लौटा दिया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि राजभवन ने फाइल लौटाने के साथ-साथ कुछ और जानकारी भी राज्य सरकार से मांगी है। दरअसल राज्य में सरकार बचाने की चुनौती का सामना कर रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल ने 31 जुलाई को विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल को संशोधित प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव में राजस्थान सरकार ने विधानसभा में कोरोना पर चर्चा की बात कही थी। सूत्रों के अनुसार फ्लोर टेस्ट का इसमें जिक्र नहीं था।
Rajasthan Raj Bhawan returns the files related to the convening of the Assembly Session, to Parliamentary Affairs Department of the state. Raj Bhawan also seeks some additional details from the state govt. No decision has been taken yet on the Assembly Session: Sources
— ANI (@ANI) July 27, 2020
बता दें कि सचिन पायलट समेत 19 कांग्रेसी विधायकों द्वारा बागी तेवर अपना लिए जाने के बाद से गहलोत सरकार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। इसी के मद्देनजर गहलोत राज्यपाल पर विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका देने के लिये दबाव बना रहे है। वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि विधानसभा का सत्र बुलाने की सरकार की मांग है लेकिन केंद्र के कथित इशारे पर इसमें देरी की जा रही है।
राजभवन में पिछले हफ्ते विधायकों ने दिया था धरना
सचिन पायलट गुट के बगावती होने और राजस्थान हाई कोर्ट समेत सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद अशोक गहलोत पिछले ही हफ्ते से विधानसभा सत्र बुलाने की जोर-आजमाइश कर रहे हैं। वे कई बार राज्यपाल से इस संबंध में मिल भी चुके हैं। पिछले हफ्ते शुक्रवार को वे अपने सभी समर्थक विधायकों के साथ राजभवन भी पहुंचे थे।
राजभवन में कांग्रेस विधायकों ने पांच घंटे तक धरना भी दिया था। बाद में धरना खत्म हो गया था लेकिन राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि वह संविधान के अनुसार चलेंगे न कि दबाव में आयेंगे। मिश्र ने गहलोत से स्पष्टीकरण के साथ दोबारा प्रस्ताव भेजने को कहा था। वहीं, गहलोत का आरोप है कि सरकार विधानसभा सत्र बुलाना चाहते हैं लेकिन मौका नहीं दिया जा रहा है।