Rajasthan Political Crisis: गहलोत के बचाव में उतरे वसुंधरा राजे के करीबी व बीजेपी विधायक, पत्र लिखकर कही ये बात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2020 05:11 PM2020-07-18T17:11:14+5:302020-07-18T19:37:50+5:30
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है।
राजस्थान में सियासी ड्रामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अभी तक कांग्रेस पार्टी के आतंकरिक कलह की बात सामने आ रही थी, लेकिन अब बीजेपी के अंदर भी आपसी कलह की खबरे सामने आने लगीं। राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार को गिराने के कथित प्रयासों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि राज्य कोरोना वायरस महामारी जैसे बड़े संकट से दो-चार है, इस तरह के प्रयास दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
मेघवाल ने पीटीआई भाषा से कहा,‘‘राजस्थान की राजनीति पटरी से उतर गयी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जबकि राज्य कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से जूझ रहा है और गरीबों में बेरोजगारी मुंह बाये खड़ी है... राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयास हो रहे हैं।’’ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी समझे जाने वाले शाहपुरा सीट के विधायक मेघवाल ने कहा कि राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए लोगों द्वारा ' अनैतिक हथकंडे, गंदी राजनीति एव विधायकों की खरीद फरोख्त का रास्ता अपनाया जाना निंदनीय है।' उन्होंने कहा कि केवल स्थिर सरकार ही कोरोना वायरस महामारी एवं बेरोजगारी जैसी चुनौतियों से निपट सकती है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश कर रही है। इस बारे में एक मामला भी राज्य पुलिस की विशेष इकाई एसओजी व भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी में दर्ज करवाया गया है। मेघवाल ने हालांकि यह भी कहा कि राज्य का मौजूदा राजनीतिक संकट कांग्रेस की आंतरिक कलह का परिणाम है जिससे भाजपा का कुछ लेना देना नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा मूल्यों की राजनीति में विश्वास रखती है और उनकी पार्टी के खिलाफ कांग्रेस के आरोप असत्य है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विफलता को छुपाने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रही है। उन्होंने दावा किया,'भाजपा कभी खरीद फरोख्त में शामिल नहीं हो सकती।'
मेघवाल ने कांग्रेस से बगावत करने वाले सचिन पायलट के इस बयान की आलोचना की कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे के बीच 'सहमति' है। मेघवाल ने कहा कि यह आरोप पायलट की राजनीतिक सोच को दर्शाता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भाजपा को सचिन से हाथ मिलाना चाहिए, इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने भावी कदमों का फैसला नैतिकता के आधार पर करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम में पहली बार टिप्पणी करते हुए राजे ने शनिवार को कहा,'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आतंरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।'
वसुंधरा राजे ने तोड़ी चुप्पी
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है। राजस्थान की मौजूदा राजनीतिक रस्साकशी के बीच राजे का यह पहला बयान है। यह बयान ऐसे समय में आया है जबकि ऑडियो टेप प्रकरण को लेकर हंगामा मचा हुआ है। राजे ने ट्वीट किया,‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से 500 से अधिक मौत हो चुकी है और करीब 26000 लोग संक्रमित मिल चुके हैं ... जब टिड्डी हमारे किसानों के खेतों पर लगातार हमले कर रही है ... ऐसे समय में जब महिलाओं के खिलाफ अपराध ने सीमाएं लांघ दी हैं, ऐसे समय में कांग्रेस भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है।' राजे ने कहा,‘‘सरकार के लिए सिर्फ और सिर्फ जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘कभी तो जनता के बारे में सोचिए।’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि वे पार्टी के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं। हालांकि शेखावत ने कहा है कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। शर्मा और भाजपा ने इस ऑडियो को फर्जी बताया है।