Rajasthan Political Crisis: बीजेपी के ‘सिक्सर‘ के जवाब में कांग्रेस का 'पंजा', नेता अजय माकन ने की गजेन्द्र शेखावत के इस्तीफे की मांग
By धीरेंद्र जैन | Published: July 19, 2020 07:26 PM2020-07-19T19:26:00+5:302020-07-19T19:26:00+5:30
मालूम है कि जब एसओजी की टीम हरियाणा पहुंची तो उन्हें रोक कर कांग्रेस के बागी विधायकों को भागने का अवसर दिया गया। यदि भाजपा की कोई भूमिका नहीं है तो भाजपा शासित प्रदेशों में ही कांग्रेस के बागी विधायक क्यों जा रहे हैं।
जयपुर:राजस्थान में पिछले 10 दिनों से जारी राजनैतिक घमासान के बीच कांग्रेस नेता अजय माकन फेयरमोंट होटल में प्रेसवार्ता कर कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और यदि ऐसा ही चला तो जनता मतदान से पहले सोचेगी कि धनबल से कुछ लोग हमारे मत को बदल सकते हैं तो हम मतदान क्यों करें?
मालूम है कि जब एसओजी की टीम हरियाणा पहुंची तो उन्हें रोक कर कांग्रेस के बागी विधायकों को भागने का अवसर दिया गया। यदि भाजपा की कोई भूमिका नहीं है तो भाजपा शासित प्रदेशों में ही कांग्रेस के बागी विधायक क्यों जा रहे हैं। माकन ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र शेखावत का टेपिंग मामले में नाम आने के बाद इस्तीफे की भी मांग की।
माकन ने कहा कि अगर हमारी एसओजी की टीम वॉयस सैंपल लेने के लिए जाती है तो क्यों उन्हें रोका जाता है। विधायक आगे बढ़कर वॉयस सैंपल क्यों नहीं देते। आज सबसे बड़ा प्रश्न है कि हरियाणा, मानेसर, दिल्ली या उससे आगे क्यों भाग रहे हैं। कहीं वॉयस सैंपल देने से सब कुछ साफ न हो जाए।
उन्होंने भाजपा द्वारा फोन टेपिंग मामले में भाजपा के सवालों के सिक्सर के जवाब में कांग्रेस ने भी भाजपा और केन्द्र सरकार पर कांग्रेस की ओर से सवालों का ‘पंजा‘ जड़ते हुए कहा कि पहला-जब जब गजेंद्र सिंह का नाम एफआईआर में आ गया। क्यों वह अभी भी केंद्र सरकार में मंत्री पद में बने हैं?
उन्हें इस्तीफा देकर अपना वॉयस सैंपल देना चाहिए। दूसरा-भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का वॉयस सैंपल देने से क्यों रोका जा रहा है?तीसरा- क्या केंद्र सरकार के और बड़े नेता इसमें शामिल हैं? चैथा- सीबीआई जांच करवाकर क्या वो नामों को दबाना चाहते हैं? और पांचवा- क्या भाजपा को ये नहीं बताना चाहिए कि इतना काला धन कहा से आ रहा है? 25-35 करोड़ की बात कर रहे हैं।
भाजपा का जवाबी हमला
राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा पूछा - गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का कहना है कि उन्हें किसी भी फोन टैपिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसलिए प्रश्न यह है कि क्या राजस्थान सरकार इस तरह के किसी भी टैपिंग की अनुमति दे सकती है? गृह मंत्रालय ने इस मामले का संज्ञान लिया है और मुझे लगता है कि कई चीजें सामने आएंगी।