कोरोना महामारी और लॉकडाउनः सचिन पायलट बोले-रोजगार देना लक्ष्य, 19 हजार से अधिक श्रमिकों को मिला काम
By धीरेंद्र जैन | Published: June 9, 2020 08:31 PM2020-06-09T20:31:53+5:302020-06-09T20:31:53+5:30
मॉडिफाइड लॉकडाउन में अनुमति मिलते ही रुके हुए कार्यों को फिर से शुरू करने के प्रयास किए गए ताकि लॉकडाउन के कारण उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों में अधिक से अधिक श्रमिकों को शीघ्र रोजगार मिल सके।
जयपुरः राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के कारण प्रदेश में रुके सड़क विकास तथा अन्य कार्यों के सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से फिर से शुरू किये जाने से प्रदेशभर में 19 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों को राहत प्रदान करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में सड़क विकास के विभिन्न कार्यों को बंद करना पड़ा था। मॉडिफाइड लॉकडाउन में अनुमति मिलते ही रुके हुए कार्यों को फिर से शुरू करने के प्रयास किए गए ताकि लॉकडाउन के कारण उत्पन्न प्रतिकूल परिस्थितियों में अधिक से अधिक श्रमिकों को शीघ्र रोजगार मिल सके।
उन्होंने कहा कि इसी क्रम में 20 अप्रैल के बाद से ही लगभग 3 हजार 700 करोड़ रुपये की लागत के लगभग 8 हजार 590 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों के 2 हजार 678 विकास कार्य करवाए जाने की योजना पर काम किया गया है जिसके तहत प्रदेशभर में अब तक 746 कार्य शुरू करवाए जा चुके हैं।
बिना मास्क सामान बेचने वाले 714 विक्रेताओं का किया चालान
शहरवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये नगर निगम सैनेटाईजेशन और साफ-सफाई का काम लगातार कर रहा है। इसी कड़ी में सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर भी नगर निगम सख्ती बरत रहा है ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके।
आयुक्त एवं प्राधिकारी विजयपाल सिंह के निर्देश पर कार्यवाही करते हुये सतर्कता शाखा ने अब तक 714 ऐसे विक्रेताओं का चालान किया है जो बिना मास्क पहने सामान बेचते हुये पाये गये। पुलिस निरीक्षक सतर्कता शाखा राकेश यादव ने बताया कि सतर्कता शाखा द्वारा नियमों का पालन नहीं करने वालों पर रोज कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान बिना मास्क पहने सामान खरीदते पाये जाने पर 149 लोगों का तथा सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वाले 37 लोगों का चालान किया गया। इसी दौरान 11 अतिक्रमयों के खिलाफ कार्यवाही करते हुये उनसे कैंरिग चार्ज वसूला गया। उन्होंने बताया कि इस सम्पूर्ण कार्यवाही में 1 लाख 92 हजार रुपये जुर्माना व 32 हजार 400 रुपये बतौर कैंरिग चार्ज वसूले गये।