राजस्थान में सियासी जंगः कांग्रेस बनाम भाजपा में तब्दील, कुछ और ऑडियो टेप हो सकते हैं जारी, जानिए मामला
By शीलेष शर्मा | Published: July 18, 2020 06:37 PM2020-07-18T18:37:18+5:302020-07-18T18:37:18+5:30
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्नूप गेट के मुख्य किरदार निभाने वाले आज सत्ता के शीर्ष हैं और पूछ रहे हैं कि टैपिंग कैसे हुई। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में फ़ोन टेप करने के आरोप इन्हीं लोगों पर लग चुके हैं। नीतीश कुमार ने तो इनको आदतन टेपर तक बता दिया था। अब जब षडयंत्र की परतें खुल रहीं हैं तो भाजपा घबरा रही है।
नई दिल्ली/जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच छिड़ी जंग का रुख कांग्रेस बनाम भाजपा में तब्दील होता नज़र आ रहा है। भँवर लाल शर्मा, गजेंद्र सिंह शेखावत के ऑडियो टेप को लेकर भाजपा ने जो सीबीआई से जांच की मांग उठाई है।
उस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि स्नूप गेट के मुख्य किरदार निभाने वाले आज सत्ता के शीर्ष हैं और पूछ रहे हैं कि टैपिंग कैसे हुई। गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में फ़ोन टेप करने के आरोप इन्हीं लोगों पर लग चुके हैं। नीतीश कुमार ने तो इनको आदतन टेपर तक बता दिया था। अब जब षडयंत्र की परतें खुल रहीं हैं तो भाजपा घबरा रही है।
उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार कांग्रेस समय आने पर कुछ और टेप सार्वजनिक कर सकती है, जिससे भाजपा को बेनकाब किया जा सके। कांग्रेस का ये भी आरोप था कि मानेसर में सचिन समर्थक विधायकों को बचाने के लिए न केवल राजस्थान पुलिस को रोका गया बल्कि विधायकों को होटल के पीछे के दरवाज़े से निकल दिया गया।
गहलोत सरकार को गिराने के पीछे भाजपा के बड़े नेता पूरी तरह लिप्त हैं
बड़े पैमाने पर पुलिस की तैनाती और विधायकों को दिया गया संरक्षण हरियाणा में यह साबित करता है की गहलोत सरकार को गिराने के पीछे भाजपा के बड़े नेता पूरी तरह लिप्त हैं। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने साफ़ किया कि कांग्रेस के किसी विधायक ने उनके फ़ोन टैप करने का आरोप नहीं लगाया है, ये आरोप भाजपा लगा रही है क्योंकि वह जांच के जाल में फंस चुकी है।
पवन खेड़ा ने संकेत दिए कि अभी तो केवल केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम आया है जब दूसरे टेप सार्वजनिक होंगे तब कई मंत्री और बड़े नेता फसते नज़र आएँगे। भाजपा के बयान से ये साबित हो गया है कि गहलोत सरकार को गिराने की साजिश के पीछे भाजपा का हाथ था। कांग्रेस आज भी मानती है कि सचिन और उनके साथी अपनी गलती को मान कर वापस घर लौटना चाहें तो कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं। यह बात पार्टी कई बार दोहरा भी चुकी है।
ऑडियो टेप मामले में एसीबी ने भी दर्ज की प्राथमिकी
राजस्थान के ऑडियो टेप मामले में राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) के बाद अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी एक प्राथमिकी दर्ज की है। बृहस्पतिवार रात सामने आए ऑडियो टेप में कथित तौर पर राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त की बात की जा रही है।
एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने बताया कि कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी से मिली शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। प्राथमिकी में भंवर लाल शर्मा की संजय जैन और गजेंद्र सिंह से कथित बातचीत का जिक्र भी किया गया है।
त्रिपाठी ने संवाददाताओं से कहा,‘‘हम इन ऑडियो क्लिप को जांच के लिए फोरेंसिक प्रयोशाला को भेजेंगे।’’ उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार को एक ऑडियो सामने आया जिसमें कथित तौर पर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह व संजय जैन की आवाज है।
कांग्रेस ने इस ऑडियो का हवाला देते हुए शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि वे पार्टी के एक बागी विधायक के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं। हालांकि शेखावत ने कहा है कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। एसओजी इस मामले में दो एफआईआर पहले ही दर्ज कर चुकी है।