राजस्थान में सियासी घमासानः पायलट गुट पर बरसे सीएम गहलोत के विधायक, कहा- यदि सजा नहीं मिलती तो इनाम भी न मिले
By धीरेंद्र जैन | Published: August 12, 2020 06:47 PM2020-08-12T18:47:42+5:302020-08-12T18:47:42+5:30
मुख्यमंत्री ने सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर कांग्रेस विधायकों की नाराजगी पर कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक है, लेकिन मैंने उन्हेें समझाया है कि लोकतंत्र की रक्षा और राज्य के विकास के लिए हम सब मिलकर आने वाले दिनों में दोगुने जोश के साथ काम करेंगे।
जयपुरः राजस्थान में 32 दिनों तक चला सियासी घमासान अब खत्म हो चुका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे प्रदेशवासियों की जीत करार दिया।
मुख्यमंत्री ने सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर कांग्रेस विधायकों की नाराजगी पर कहा कि विधायकों की नाराजगी स्वाभाविक है, लेकिन मैंने उन्हेें समझाया है कि लोकतंत्र की रक्षा और राज्य के विकास के लिए हम सब मिलकर आने वाले दिनों में दोगुने जोश के साथ काम करेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसलमेर से जोधपुर रवाना होने से पूर्व पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह का यह प्रकरण हुआ है और विधायकों को इतने दिनों तक होटलों में रहना पड़ा, ऐसे में विधायकों का नाराज होना स्वाभाविक है।
उल्लेखनीय है कि गहलोत खेमे के विधायक सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर विरोध प्रकट करते हुए यह कह रहे हैं कि यदि बागियों को उनकी बगावत के लिए यदि कोई सजा नहीं दी जा रही तो उन्हें कांग्रेस में वापसी के लिए किसी प्रकार का इनाम भी नहीं दिया जाना चाहिए।
जोधपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने पाक विस्थापित 11 मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। साथ ही उन्होंने जोधपुर में कोरोना संक्रमण को लेकर वर्तमान हालात की भी समीक्षा बैठक के जरिये जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
सचिन पायलट सहित अन्य बागी विधायक आज 4 चार्टर प्लेनों से जयपुर वापस लौट रहे हैं। प्रदेश में 32 दिनों चले सियासी खेल का आखिरकार रविवार को अंत हो गया और आज विधायकों की जैसलमेर में बाड़ेंबदी भी खत्म हो गई। फिलहाल उन्हें जैसलमेर से चार्टर्ड प्लेनों से जयपुर लाया गया। फिलहाल सभी मंत्रियों और विधायकों को जयपुर के किसी होटल में रखा जाएगा।