राजस्थान विधानसभा में कोरोना पर तकरार, जमकर हंगामा, मंत्री बोले-30 लाख से अधिक लोगों को काढ़ा पिलाया
By धीरेंद्र जैन | Published: August 21, 2020 08:47 PM2020-08-21T20:47:56+5:302020-08-21T20:47:56+5:30
कोरोना को लेकर शुरू हुई चर्चा में भाजपा विधायक कालीचरण सराफ द्वारा कोरोना को लेकर लगाए आरोप पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, भाजपा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ में जमकर बहस हुई और सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
जयपुरः राजस्थान में 15वीं विधानसभा के 5वें सत्र के तहत आज जारी दूसरी बैठक में सर्वप्रथम विभिन्न मंत्रालयों की प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखे गए और अनेक विधेयक ध्वनिमत से पारित है।
इसके बाद कोरोना को लेकर शुरू हुई चर्चा में भाजपा विधायक कालीचरण सराफ द्वारा कोरोना को लेकर लगाए आरोप पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान कांग्रेस सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, भाजपा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ में जमकर बहस हुई और सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कोरोना के खिलाफ जंग में आयुर्वेद चिकित्सा के बारे में बोलते हुए कहा कि राजस्थान में कोरोना की शुरुआत से अब तक हम 30 लाख से अधिक लोगों को काढ़ा पिला चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्लाजमा तकनीक कोरोना के उपचार में बहुत कारगर साबित हुई है। कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हुए व्यक्ति की एंटीबॉडी से 100 फीसदी परिणाम रहे हैं। इससे गंभीर मरीजों की भी जान बचाई गई।
अब तक 211 मरीजों का प्लाजमा दिया गया है। सभी स्वस्थ होकर गए हैं। ऐसा पाया गया है कि कोरोना होने पर मरीज की मानसिक स्थिति खराब हो जाती है। इसलिए सरकार ने उनकी मेंटल हेल्थ की काउंसलिंग की व्यवस्था की गई। भाजपा विधायक कालीचरण सराफ, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, सदन के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने सरकार पर कोरोना को लेकर जमकर निशाने साधे।
इस पर रघु शर्मा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का बीपी की जांच कराएं, मुझे इनकी चिंता है। वहीं, शांति धारीवाल ने कहा कि सराफ आप माफी मांगे या फिर मैं आपको बाहर करने के लिए प्रस्ताव लाऊंगा। लेकिन इसके बाद भी हंगामा जारी रहने पर सभा आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही फिर से हंगामे के साथ शुरू हुई और हंगामे के बीच ही इसे दूसरी बार स्थगित कर दिया गया। इसके कुछ देर बाद कुछ सेकेंड के लिए कार्यवाही हुई और 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में जोधपुर को फास्टेस्ट मूविंग शहर के अवार्ड से नवाजा गया
जनवरी में आयोजित हुए स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए, जिसमें शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जोधपुर शहर को फास्टेस्ट मूविंग शहर का के अवार्ड से नवाजा गया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के परिणाम घोषित किए जिसमें जोधपुर शहर को स्वछता सर्वेक्षण 2020 के सर्वेक्षण में 29 वी रैंक प्राप्त हुई है।
2019 के सर्वेक्षण में शहर को 243 रैंक मिली थी। 214 रैंक की सुधार के साथ ही जोधपुर शहर को फास्टेस्ट मूविंग शहर का अवार्ड प्राप्त हुआ है। शहर को 2018 में शहर की 188 रैंक थी। जोधपुर निगम आयुक्त श्री सुरेशकुमार ओला के नेतृत्व में इस बार नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रत्येक पहलू पर काम किया।
जोधपुर नगर निगम के आयुक्त सुरेश कुमार ओला ने बताया कि विभिन नवाचरो के साथ साथ शहर की जनता की सकारात्मक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जागरूक किया। सिटीजन फीडबैक में शहर की जनता ने अपनी सकारात्मक भागीदारी सुनिश्चित करते हुए शहर को सिटीजन फीडबैक में राजस्थन में नम्बर 1 बनाया। आयुक्त ओला ने जोधपुर शहर को यह मान सम्मान दिलाने के लिए शहरवासियों का आभार जताया, साथ ही इस सम्मान को नगर निगम के स्वच्छता सिपाहियों, निगम अधिकारियों कर्मचारियों व शहर की जनता को समर्पित किया।
उन्होंने कहा कि हमारे स्वच्छता सिपाहियों ने दिन रात मेहनत कर शहर को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया तो वही शहर वासियों ने भी निगम का पूरा सहयोग किया। सभी के सम्मिलित प्रयासों से ही शहर को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला है। ओला ने शहरवासियों से इसी तरह निगम का सहयोग करने की अपील की है।