राजस्थान में 46106 कोरोना पीड़ित, सीएम बोले- जिन जिलों में संक्रमित बढ़ रहे हैं, वहां लग सकता है लाॅकडाउन
By धीरेंद्र जैन | Published: August 4, 2020 09:37 PM2020-08-04T21:37:50+5:302020-08-04T21:37:50+5:30
अलवर में 85, कोटा में 73, पाली में 72, बीकानेर में 55, जयपुर में 43, बाड़मेर में 37, उदयपुर में 32, डूंगरपुर में 24, बारां में 17, चूरू में 11, बांसवाड़ा में 3, जैसलमेर में 3, वहीं राज्य में बाहर से आया 1 व्यक्ति संक्रमित मिला।
जयपुरः राजस्थान में जुलाई माह में शुरू हुआ 1000 से अधिक नये कोरोना पाॅजीटिव मिलने दौर अगस्त में भी जारी है और वहीं आज चिकित्सा विभाग द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में मिले 551 नये कोरोना पाॅजीटिव के साथ आंकड़ा बढ़कर 46106 हो गया है।
आज सामने आए मामलों में सर्वाधिक 95 मामले कोटा में सामने आए। वहीं, अलवर में 85, कोटा में 73, पाली में 72, बीकानेर में 55, जयपुर में 43, बाड़मेर में 37, उदयपुर में 32, डूंगरपुर में 24, बारां में 17, चूरू में 11, बांसवाड़ा में 3, जैसलमेर में 3, वहीं राज्य में बाहर से आया 1 व्यक्ति संक्रमित मिला।
वहीं, 8 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या प्रदेश में बढ़कर 727 हो गई। रविवार को रिकाॅर्ड 1145 नये मरीज मिले थे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक कुल 15 लाख 84 हजार से अधिक सैंपलों की जांच की जा चुकी है और इनकी रिपोर्ट के आधार पर अब तक कुल 46106 लोग कोरोना पॉजीटव मिले हैं।
कुल 32157 लोग इस महामारी को मात देकर पुनः स्वस्थ हो चुके हैं
वहीं, इन संक्रमितों में से कुल 32157 लोग इस महामारी को मात देकर पुनः स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं 727 मरीजों की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है। ऐसे में अब राजस्थान में कुल 13222 मरीज ऐसे शेष रहे हैं, जिनका उपचार जारी है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक 7286 (इनमें 47 ईरान से आए) मामले मुख्यमंत्री के गृहनगर जोधपुर में हैं।
वहीं जयपुर में जयपुर में 5843 (2 इटली के नागरिक), अलवर में 4458, पाली में 2824, भरतपुर में 2692, बीकानेर में 2201, कोटा में 2158, अजमेर में 2117, बाड़मेर में 1582, नागौर में 1559, उदयपुर में 1397, धौलपुर में 1288, सीकर में 1190, जालौर में 1178, सिरोही में 904, भीलवाड़ा में 797, चूरू में 694, राजसमंद में 650, डूंगरपुर में 642, झुंझुनूं में 632 और झालावाड़ में अब तक 619 कोरोना पाॅजीटिव मिल चुके हैं।
बारां में 198 और प्रतापगढ़ में 194 कोरोना के मरीज अब तक मिल चुके हैं
इसके अतिरिक्त, करौली में 362, दौसा में 330, चित्तौड़गढ़ में 318, टोंक में 304, श्रीगंगानगर में 277, सवाई माधोपुर में 254, हनुमानगढ़ में 227, बांसवाड़ा में 223, बूंदी में 221, जैसलमेर में 219 (इनमें 14 ईरान से आए), बारां में 198 और प्रतापगढ़ में 194 कोरोना के मरीज अब तक मिल चुके हैं। वहीं बीएसएफ के 79 जवानों के साथ ही दूसरे राज्यों से राजस्थान आए 189 लोग भी कोरोना पाॅजीटिव मिल चुके हैं।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 727 मरीजों की जान जा चुकी है। इनमें जयपुर में सर्वाधिक 206 मरीजों की मौत हुई। जबकि, जोधपुर में 81, भरतपुर में 54, अजमेर में 53, बीकानेर में 42, कोटा में 37, नागौर एवं पाली में 31-31, अलवर में 20, धौलपुर में 15, बाड़मेर और उदयपुर में 12-12, सवाई माधोपुर-सिरोही में 11-11, सीकर में 9, भीलवाड़ा में 8, करौली और राजसमंद में 7-7, चित्तौड़गढ़ में 6, बारां और झुंझुनू में 5, टोंक में 4, जालौर, श्रीगंगानगर और दौसा में 3-3, प्रतापगढ़, चूरू और बांसवाड़ा 2-2, हनुमानगढ़ और डूंगरपुर में 1-1 कोरोना मरीज की अब तक मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरे राज्यों से राजस्थान आए 38 मरीजों की भी मौत हो गई है।
लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों में कोरोना के प्रति सतर्कता में कमी आई है
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना के पॉजिटिव केसेज बढ़ रहे हैं, वहां जिला कलेक्टर आवश्यकता अनुसार सीमित क्षेत्र में लॉकडाउन, रात्रि कफ्र्यू, कन्टेनमेंट सहित अन्य पाबंदियां लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों में कोरोना के प्रति सतर्कता में कमी आई है।
साथ ही आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधियों, परिवहन एवं अन्य आवागमन के दौरान लापरवाही के कारण तेजी से मामले बढ़े हैं। ऐसे में कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल की सख्ती से पालना जरूरी है। कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतेें।
लॉकडाउन की तरह ही पूरी गम्भीरता के साथ मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग, सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूंकने सहित अन्य सावधानियों का पालन करें, क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार आने वाले समय में कोरोना की स्थिति और विकट हो सकती है।
आर्थिक गतिविधियों का संचालन आवश्यक है, लेकिन वहां हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित कराई जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों का संचालन आवश्यक है, लेकिन वहां हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि कार्य स्थलों एवं कार्यालयों का नियमित निरीक्षण करवाया जाए। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्थान पर भीड़भाड़ नहीं हो। लोग बेवजह घरों से नहीं निकलें।
उन्होंने कहा कि होम क्वारेंटीन में रह रहा कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करे तो उसे संस्थागत क्वारेंटीन में भेजा जाए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोडा ने बताया कि अलवर, बाड़मेर, बीकानेर, कोटा, पाली आदि शहरों में रात्रिकालीन कफ्र्यू एवं सीमित क्षेत्र में कंटेनमेंट किया गया है।
चिकित्सा शिक्षा सचिव ने बताया कि प्रदेश में अब तक 115 रोगियों को प्लाज्मा थैरेपी दी जा चुकी है। साथ ही मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध सभी अस्पतालों में रेमेडिसिविर एवं टोसिलीजूमेब इंजेक्शन उपलब्ध करवा दिए गए हैं। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।