राजस्थान में सियासी हलचलः विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से, विधानसभा स्पीकर से मिले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, राहुल और प्रियंका ने की बैठक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 10, 2020 04:08 PM2020-08-10T16:08:56+5:302020-08-10T16:08:56+5:30
गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से बुलाया गया है, आज हमने विधानसभा के अध्यक्ष से चर्चा की है कि किस तरह से शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का सत्र चले और राजस्थान की जनता के मुद्दों पर चर्चा हो।
जयपुरः राजस्थानकांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से बुलाया गया है, आज हमने विधानसभा के अध्यक्ष से चर्चा की है कि किस तरह से शांतिपूर्ण ढंग से विधानसभा का सत्र चले और राजस्थान की जनता के मुद्दों पर चर्चा हो।
राजस्थान में सियासी हलचल तेज है। आज सचिन पायलट ने राहुल और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच 14 अगस्त से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र से पूर्व सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर उनसे मुलाकात की।
इस दौरान उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और विधायक संयम लोढ़ा भी मौजूद थे। डोटासरा ने संवाददाताओं से कहा कि विधानसभा में राजस्थान के महत्वपूर्ण मुद्दों, कोरोना महामारी और राज्य के विकास के बारे में चर्चा के लिए शांतिपूर्ण ढंग से सदन चलने जैसे मुद्दों को लेकर उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की।
इससे पहले हुई विधायक दल की बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा की गई, इस बारे में उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल में हमेशा बोलने की स्वतंत्रता रहती है और हर सदस्य अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र है और वो अपनी बात कहता है।
राजस्थान में सियासी हलचल के बीच राहुल और प्रियंका ने बैठक की
राजस्थान विधानसभा के प्रस्तावित सत्र से कुछ दिनों पहले तेज हुई सियासी हलचल की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सोमवार को बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के आवास पर कांग्रेस के दोनों नेताओं ने बैठक की।
माना जा रहा है कि दोनों ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों तथा आगे के कदमों के बारे में चर्चा की। ऐसी खबरे हैं, पायलट एक बार फिर से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं और जल्द ही कोई समाधान निकल सकता है।
पायलट खेमे और कांग्रेस की तरफ से इसकी आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं हुई है
हालांकि, पायलट खेमे और कांग्रेस की तरफ से इसकी आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। उधर, पायलट और बागी विधायकों के साथ बातचीत और सुलह के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमने पहले भी कहा है और आज भी कह रहे हैं कि अगर पायलट और दूसरे बागी विधायक सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के लिए माफी मांग लें तो पार्टी उन्हें फिर से अपनाने पर विचार कर सकती है।’’
मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था। बागी रुख अपनाने के साथ ही पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।
उनके समर्थक विधायकों का कहना है कि वे गहलोत के नेतृत्व में काम करने के इच्छुक नहीं हैं। पिछले कई हफ्तों से चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने बार-बार दोहराया है कि अशोक गहलोत सरकार के पास 100 से अधिक विधायकों का समर्थन है और उसके ऊपर कोई खतरा नहीं है।