राजस्थान चुनाव 2018: बीजेपी ने 131 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट की जारी, 25 नए चेहरों को मिला मौका
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: November 12, 2018 01:00 AM2018-11-12T01:00:33+5:302018-11-12T13:00:01+5:30
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 131 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है।
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 131 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार रात को ये लिस्ट पेश की है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 131 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
राजस्थान में 7 दिसंबर को वोटिंग होनी है। सोमवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रदेश में नामांकन पत्र भरने का कार्य शुरू हो जाएगा जो 19 नंवबर तक चलेगा। रविवार शाम को दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई, जिसके बाद ये लिस्ट जारी हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं।
BJP releases list of 131 candidates for the upcoming assembly elections in #Rajasthan: Union Minister JP Nadda pic.twitter.com/vi9ZhAPgHW
— ANI (@ANI) November 11, 2018
In the list of 131 candidates for the upcoming assembly elections in #Rajasthan, there are 12 female candidates, 32 young candidates, 17 from SC category, 19 from ST category. There are 85 sitting MLAs & 25 new faces in the list: Union Minister JP Nadda pic.twitter.com/ifcQr7sdlk
— ANI (@ANI) November 11, 2018
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 131 उम्मीदवारों की सूची में 12 महिला उम्मीदवार, 32 युवा उम्मीदवार, एससी श्रेणी से 17, एसटी श्रेणी से 19 उम्मीदवार हैं। इस लिस्ट में 85 मौजूदा विधायक और 25 नए चेहरे हैं।
कांग्रेस व भाजपा का प्रमुख एजेंडा
भाजपा का मुख्य एजंेडा इस बार पार्टी को ग्रासरूट स्तर पर मजबूती देना है। जावडेकर के मुताबिक ग्रासरूट स्तर पर मजबूत होने पर भाजपा को चुनौती देना बेहद मुश्किल होगा। यह भी देखने में आ रहा है कि कांग्रेस व कुछ हद तक भाजपा भी एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेष करने से बच रहे हैं। केन्द्रीय स्तर पर कांग्रेस ने मध्यप्रदेष की तर्ज पर राजस्थान में भी वरिष्ठ नेताओं को चुनाव मैदान में नहीं उतारने का निर्णय लिया है।
शायद यही कारण है कि अषोक गहलोत, सीपी जोषी और यहां तक कि सचिन पायलट चुनाव ना लड सिर्फ चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं। इसी तरह वसुंधरा राजे सुराज गौरव यात्रा व जनसंवाद कार्यकमों के माध्यम से जन जन तक अपनी मौजूदगी और पार्टी द्वारा किये कार्यों को पहुंचाने में जुटी हुयी हैं।
वहीं कांग्रेस बूथ जिताओ भ्रष्टाचार मिटाओ के माध्यम से राजस्थान के 51 हजार बूथ के लक्ष्य के द्वारा आम जन तक पहुंच कर भाजपा का असली चेहरा लोगों तक पहुंचाने में लगा है।
इधर हनुमान बेनीवाल की नवगठित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी व घनश्याम तिवाडी की भारत वाहिनी पार्टी के द्वारा तीसरा मोर्चा भी प्रबल होता जा रहा है। इन सबके बीच आप और बसपा स्वतंत्र रूप से क्या कुछ कर पायेंगे यह कयास लगाना अभी मुश्किल है। अटकलों का यह दौर अभी तो अंत समय तक कई रूपों में चलेगा।