मध्य प्रदेश: राहुल गांधी ने उड़ाया CM शिवराज का मजाक, कहा-अब तक कर चुके हैं 21 हजार घोषणाएं
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 17, 2018 08:59 PM2018-09-17T20:59:46+5:302018-09-17T21:17:21+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि राफेल सौदे में जिन अनिल अंबानी को शामिल किया गया है वह प्रधानमंत्री के दोस्त हैं।
राजेंद्र पराशर
भोपाल, 17 सितंबर: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को भोपाल में कार्यकर्ता संवाद में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सीधे हमले करते हुए कहा कि जिस तरह सचिन तेंदुलकर, मैदान में उतरते ही रन बनने लगते थे उसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घोषणा मशीन बन गए हैं।
वे मैदान मे उतरते ही घोषणाएं करने लगते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे में अपने दोस्त अनिल अंबानी की मदद की इसके कारण राफेल का जो जहाज युपीए सरकार के दौरान 526 करोड़ में खरीदा जा रहा था उसे 1600 करोड रुपए में खरीदा गया इस खरीद में भारी भ्रष्टाचार हुआ है।
राजधानी के भेल दशहरा मैदान पर आयोजित कार्यकार्ता संवाद को संबोधित करते कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब तक 21 हजार घोषणाएं कर चुके हैं।
वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का घोषणाओं में अनुशरण करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि वे विदेश से कला धन लाएंगे और हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए जमा होगा। इसी तरह उन्होंने कहा था कि देश में हर साल देश में 2 करोड नौकरियों का सृजन होगा पर कुछ नहीं हुआ।
रोजगार को लेकर किया घेराव
मध्यप्रदेश के नौजवान को देश के नौजवानों की तरह ही रोजगार नहीं मिला। आपने कहा कि आज जो भी चीज देखो वह चीन की बनी हुई दिखाई देती है। चाहे वो कपड़ा हो या कोई उपकरण या मोबाइल हो।
चीन में जहां हर 24 घंटों में 50 हजार रोजगारों का सृजन होता है वहीं मोदी सरकार ने 24 घंटे मे मात्र 450 लोगों को रोजगार मिलते है। मध्यप्रदेश के लोगो में शक्ति और ज्ञान है। मैं चाहता हूं कि मोबाइल के पीछे मेड इन भोपाल और मेड इन मध्यप्रदेश लिखा हुआ दिखना चाहिए। यह काम कांग्रेस की सरकार आने पर कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधीया करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि राफेल सौदे में जिन अनिल अंबानी को शामिल किया गया है वह प्रधानमंत्री के दोस्त हैं।
इस कारण यूपीए की सरकार ने जिस हवाई जहाज को 526 करोड रुपए में खरीदने का सौदा उसे 1600 करोड में खरीदा जा रहा है।
राफले डील में शामिल अनिल अंबनी पर 47 हजार करोड़ का कर्जा है। आखिर उन्हें हिस्दुस्तान एरोनाटिक्स को नजर अंदाज कार इस सौदे में पार्टनर क्यों बनाया गया। जब प्रधानंमंत्री सौदे के लिए फ्रांस गए तो उनके साथ अनिल अंबानी भी थे।
प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री जब सत्ता में आए थे तब उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नहीे चौकिदार की तरह काम करेगें। यह केसा चौकीदार है। आपने कहा कि उन्होंने इस मुददे को संसद में उठाया था तो प्रधानमंत्री दाएं बाएं देखने लगे थे वे मुझसे आंख नहीं मिला पा रहे थे।
राहुल गांधी ने कहा कि विजय माल्या ने लंदन भागने से पहले वित्त्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। उन्होंने इस मुलाकात के बारे में जांच एंजेसियों को क्यों नहीं बताया। उन्होंने देश की आम जनता के बैंकों में जमा 9 हजार करोड रुपए खाकर उसे भागने क्यों दिया। जब लंदन बैठै माल्या ने इस मुलाकात के बारे में बताया तो वे फिजूल की बातें करते हैं।
आखिर वह कौन लोग थे जिन्होंने माल्या के अरेस्ट नोटिस को इनफार्मेशन नोटिस में बदला माल्या हिंदुस्तान और मध्यप्रदेश के नौजवानों का पैसा लेकर भागा है।
कार्यकर्ता संवाद के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बंद बस में सबार होकर लाल घाटी से दशहरा मैदान तक रोड शो किया। इस दौरान जगह-जगह प्रदेश भर आए कांग्रेस कार्यकार्ताओं ने उनका स्वागत किया।
रोड शो के मार्ग पर, मध्यप्रदेश के 51 जिलों की ओर से स्वागत मंच बनाए गए थे जहां उन जिलों कार्यकार्ताओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया।
घोटालेबाजों को माल्या की तरह भागने नहीं देंगे
राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश में अगर हमारी सरकार आएगी तो हम ई-टेंडरिंग घोटाले और व्यापमं के घोटालेबाजों को माल्या की तरह भागने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मोदीजी कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 सालों में कुछ नहीं किया, वे चार साल में कर देंगे।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी करके मोदीजी ने आपका जो पैसा था, किसानों और युवाओं को जो पैसा था उसे चोरी करते माल्या जैसे लोगों को दे दिया।
किसानों की कठिनाई मेरी पहली जिम्मेदारी
विकास संवाद को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश का दर्द और किसानों की कठिनाई मेरी पहली जिम्मेदारी है। दूसरे नंबर की जिम्मेदारी कांग्रेस नेताओं की नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता की और तीसरे नंबर की कांग्रेस नेताओं की है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी, किसानों का कर्ज माफ होगा। उन्होंने कहा कि देश के बड़े उद्योग घरानों का कर्ज माफ हो सकता है तो फिर किसानों का कर्ज माफ क्यों नहीं हो सकता ?
(राजेंद्र पराशर लोकमत समाचार के संवादाता हैं)