पेट्रोल-डीज़ल के दाम 22 बार बढ़ाए, मतलब 22 बार गरीब और कमजोर लोगों पर चोट, राहुल गांधी का हमला
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 29, 2020 04:38 PM2020-06-29T16:38:20+5:302020-06-29T16:38:51+5:30
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का असर परिवहन खर्च से लेकर हर क्षेत्र पर पड़ेगा। पेट्रोल-डीजल की कीमतों के कारण महंगाई आसमान छू रही है। पिछले तीन महीने से लगे लॉकडाउन के कारण हर वर्ग की आमदनी में वैसे ही कमी हुई पड़ी है। ऊपर से मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि कर लूट रही है।
नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल के दाम 22 बार बढ़ाए, मतलब 22 बार सरकार ने गरीब और कमजोर लोगों को सीधी चोट मारी। हमने सरकार से कहा है कि आपने पेट्रोल और डीज़ल में जो एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है इसको आप वापस लें और पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम कीजिए।
पिछले तीन महीने से लगे लॉकडाउन के कारण हर वर्ग की आमदनी में वैसे ही कमी हुई पड़ी है। ऊपर से मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि कर लूट रही है। पेट्रोल के बढ़ते दामों ने मध्यमवर्ग को झकझोर कर रख दिया है। लगातार बढ़ रही कीमतें हर वर्ग को प्रभावित कर रही हैं।
गरीब आदमी की आमदनी के साथ-साथ जीवन को भी प्रभावित कर रही हैं
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें गरीब आदमी की आमदनी के साथ-साथ जीवन को भी प्रभावित कर रही हैं। कोरोना काल में लोग त्रस्त हैं मगर पिछले 22 दिनों से लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को बढ़ाकर सरकार जनता पर लगातार वार कर रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश के गरीबों, मजदूरों और मध्य वर्ग को राहत देने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में वृद्धि तत्काल वापस ली जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी, बेरोजगारी और ‘आर्थिक तूफान’ के इस दौर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी करके सरकार आम लोगों पर सीधी चोट कर रही है। गांधी ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया में चलाए गए ‘स्पीक अप अगेंस्ट फ्यूल हाइक’ (पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ आवाज बुलंद करो) अभियान के तहत वीडियो संदेश जारी करके यह टिप्पणी की।
कोरोना, बेरोजगारी और आर्थिक तूफान आया हुआ है
उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना, बेरोजगारी और आर्थिक तूफान आया हुआ है। इस तूफान से सबको नुकसान हुआ है। अमीरों को चोट लगी है, गरीबों को चोट लगी, गरीबों और मजदूरों को चोट लगी है। लेकिन सबसे ज्यादा दर्द मजदूरों, किसानों, मध्य वर्ग और वेतन भोगी वर्ग को हुआ है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमने कहा था कि इन वर्गों की सरकार को आर्थिक मदद करनी पड़ेगी। हमने सुझाव दिया था कि ‘न्याय’ योजना की तर्ज पर हर गरीब आदमी के खाते में कुछ महीने के लिए सीधे पैसे डालिए। इसके साथ ही एमएसएमई के लिए पैकेज का आग्रह भी किया था।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने गरीबों और छोटे कारोबारियों को राहत देने के बजाय 15 सबसे अमीरों के कर्ज बट्टे खाते में डाल दिए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘सरकार ने सबसे बड़ा गलत काम यह किया कि हाल के समय में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 22 बार बढ़ोतरी की। इससे कमजोर और गरीब लोगों को सीधी चोट की गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कच्चे तेल की कीमत लगातार गिर रही है। हमने यह मांग की है कि उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी को वापस लिया जाए और पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी को भी तत्काल वापस लिया जाए।’’
सरकार पेट्रोल-डीज़ल से मुनाफ़ाख़ोरी बंद करे, एक्साइज़ दर तुरंत घटाए और दाम कम करे ! #SpeakUpAgainstFuelHikehttps://t.co/Rk85rjpCVr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 29, 2020
गौरतलब है कि पेट्रोल, डीजल के दाम में वृद्धि का सिलसिला लगातार 22वें दिन सोमवार को भी जारी रहा। डीजल के दाम सोमवार को 13 पैसे बढ़कर 80.53 रुपये प्रति लीटर की नई ऊंचाई पर पहुंच गये। पिछले तीन सप्ताह में डीजल के दाम में कुल मिलाकर 11.14 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के मुताबिक सोमवार को पेट्रोल के दाम में पांच पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 13 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 80.38 रुपये से बढ़कर 80.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 80.40 रुपये से बढ़कर 80.53 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया।
Price of crude oil is at an all-time low but fuel prices have touched an all-time high in India. We demand that the government reduces the prices of petrol and diesel: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/gl2Jr6arAi
— ANI (@ANI) June 29, 2020